UP News: देवी लक्ष्मी पर विवादास्पद बयान देना स्वामी प्रसाद मौर्य को पड़ा भारी, कोर्ट ने FIR दर्ज करने का दिया आदेश

UP News: स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा देवी लक्ष्मी को लेकर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी पर एमएपी-एमएलए कोर्ट के विशेष अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अम्बरीश कुमार श्रीवास्तव ने वजीरगंज थाना प्रभारी को प्राथमिकी दर्ज करने के निर्देश दिए हैं. याचिकाकर्ता रागिनी रस्तोगी ने कोर्ट से पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग वाली अर्जी कोर्ट में दी थी.
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स्वामी प्रसाद मौर्य

UP News: हिंदू देवी पर विवादास्पद बयान देना राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी के अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य को भारी पड़ गया है. एमपी-एमएलए कोर्ट ने पुलिस को मौर्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच करने का निर्देश दिया है. बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य ने हाल ही में सपा से इस्तीफा देकर अपना राजनीतिक दल गठित किया है.

जानकारी के मुताबिक, स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा देवी लक्ष्मी को लेकर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी पर एमएपी-एमएलए कोर्ट के विशेष अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अम्बरीश कुमार श्रीवास्तव ने वजीरगंज थाना प्रभारी को प्राथमिकी दर्ज करने के निर्देश दिए हैं. याचिकाकर्ता रागिनी रस्तोगी ने कोर्ट से पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग वाली अर्जी कोर्ट में दी थी.

इसमें बताया कि 15 नवंबर 2023 को उन्होंने एक अखबार में स्वामी प्रसाद मौर्य का बयान पढ़ा. उसमें आरोपी ने बयान दिया था, “देश और दुनिया में केवल दो पैर, दो हाथ, दो कान, दो आंख, एक सिर और पेट पीठ वाले लोग ही जन्म लेते हैं, चाहे वह किसी भी जाति या धर्म का क्यों ना हो. आज तक कभी ऐसा नहीं हुआ कि चार हाथ, आठ हाथ, दस हाथ या हजार हाथ वाला बच्चा पैदा हुआ हो… ऐसे में चार हाथ वाली लक्ष्मी कैसे पैदा हो सकती है.” याचिकाकर्ता ने कहा कि मौर्य ने पहले भी कई बार हिंदू धर्म को अपमान करने वाला वक्तव्य देकर हिंदुओं की भावनाएं आहत की हैं.

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मौर्य ने बनाई नई पार्टी

स्वामी प्रसाद मौर्य ने हाल ही में समाजवादी पार्टी की सदस्यता और विधान परिषद की सदस्यता से इस्तीफा देकर अपना एक राजनीतिक दल गठित किया है. राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो उत्तर प्रदेश में मौर्य की राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाएगी. बता दें कि उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभी सीटों पर सात चरणों में मतदान होगा.

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पहले चरण की वोटिंग: 19 अप्रैल (8 सीट)- सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, नगीना, मुरादाबाद, रामपुर और पीलीभीत में वोटिंग होगी.

दूसरा चरण: 26 अप्रैल (8 सीट)- अमरोहा, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़ और मथुरा में वोटिंग होगी.

तीसरा चरण: 7 मई (10 सीट)- संभल, हाथरस, आगरा, फतेहपुर सीकरी, फिरोजाबाद, मैनपुरी, एटा, बदायूं, आंवला और बरेली में मतदान होगा.

चौथा चरण: 13 मई (13 सीट)- शाहजहांपुर, खीरी, धौरहरा, सीतापुर, हरदोई, मिश्रिख, उन्नाव, फर्रुखाबाद, इटावा, कन्नौज, कानपुर, अकबरपुर और बहराइच में वोटिंग होगी.

पांचवां चरण: 20 मई (14 सीट)- मोहनलालगंज, लखनऊ, रायबरेली, अमेठी, जालौन, झांसी, हमीरपुर, बांदा, फतेहपुर, कौशांबी, बाराबंकी, फैजाबाद, कैसरगंज और गोंडा में वोटिंग होगी.

छठा चरण: 25 मई (14 सीट)- सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, फूलपुर, इलाहाबाद, अम्बेडकरनगर, श्रावस्ती, डुमरियागंज, बस्ती, संतकबीर नगर, लालगंज, आजमगढ़, जौनपुर, मछलीशहर और भदोही में मतदान होगा.

सातवां चरण: 1 जून (13 सीट)-महराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, बांसगांव, घोसी, सलेमपुर, बलिया, गाजीपुर, चंदौली, वाराणसी, मिर्जापुर और रॉबर्ट्सगंज में वोटिंग होगी.

 

 

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