UP By Election: यूपी में सियासी हलचल तेज, CM योगी ने बुलाई मंत्रियों की बड़ी बैठक, उपचुनाव को लेकर होगा मंथन
UP Politics: उत्तर प्रदेश की दस विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं. इससे पहले सियासी हलचल तेज हो गई है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज बुधवार को एक अहम बैठक बुलाई है. भाजपा सूत्रों ने बताया कि सीएम मंत्रियों से चुनाव की तैयारियों का फीडबैक लेंगे. मुख्यमंत्री आवास 5 कालिदास मार्ग पर होने वाली ये बैठक काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है. बैठक में सीएम योगी मंत्रियों से फीडबैक लेने के साथ-साथ आगे की रणनीति भी बनाएंगे.
बता दें कि करहल, मिल्कीपुर, मीरापुर, फूलपुर, कटेहरी, कुंदरकी, गाजियाबाद, खैर, मझवा और सीसामऊ सीट पर उपचुनाव होने हैं. हालांकि अभी तारीख नहीं आई है, लेकिन सत्ता पक्ष और विपक्ष ने अपनी कमर कसनी शुरू कर दी है. 2022 के विधानसभा चुनाव में इनमें से पांच सपा, तीन बीजेपी, एक राष्ट्रीय लोक दल और एक निषाद पार्टी ने जीती थी. वहीं, हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में इंडिया ब्लॉक (सपा-कांग्रेस) ने राज्य की 80 में से 43 सीटों को अपने नाम किया है. जबकि भाजपा को 33 सीटों पर ही सफलता मिल सकी हैं. इसके बाद से विपक्ष के हौसले बुलंद है.
उधर, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने मंगलवार को दिल्ली में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की. लोकसभा चुनाव में भाजपा के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद उत्तर प्रदेश में पार्टी के भीतर सब कुछ ठीक नहीं होने की चर्चा है. यूपी भाजपा प्रमुख चौधरी भूपेंद्र सिंह ने नड्डा से मुलाकात की है. यह घटनाक्रम लखनऊ में उत्तर प्रदेश भाजपा कार्यकारिणी की बैठक के ठीक दो दिन बाद हुआ है.
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वहीं, 14 जुलाई को लखनऊ में भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक हुई थी. इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कार्यकर्ताओं से राज्य की 10 सीटों पर होने जा रहे उपचुनाव पर फोकस करने की बात कही थी. सीएम योगी ने यह भी कहा था कि जिस तरह से विपक्ष ने लोकसभा चुनाव में सोशल मीडिया का इस्तेमाल किया, हम उसे काउंटर नहीं कर पाए. उन्होंने नेताओं और कार्यकर्ताओं से उपचुनाव में ताकत दिखाने का आह्वान किया था.
बीएसपी भी लड़ेगी उपचुनाव
हाल ही में बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) ने विधानसभा उपचुनाव लड़ने की घोषणा की थी. अगर वो उपचुनाव में भाग लेती है तो ये पहला मौका होगा, जब मायावती की पार्टी उपचुनाव में अपना उम्मीदवार उतारेगी. इससे पहले बीएसपी उपचुनावों से खुद को दूर रखती थी.