संभल में जामा मस्जिद सर्वे के दौरान हिंसा, भीड़ ने किया पथराव, तीन की मौत, कई पुलिसकर्मी घायल

Jama Masjid Survey: संभल में जामा मस्जिद सर्वे के दौरान अच्चानक सैकड़ों की संख्या में भीड़ उमड़ गई. भीड़ ने पुलिस पर पत्थर फेंके. जिसके बाद बवाल हुआ. पुलिस ने भीड़ को कंट्रोल करने के लिए लाठीचार्ज की और भीड़ को खदेड़ा.
ama Masjid survey

संभल में जामा मस्जिद सर्वे के दौरान अच्चानक सैकड़ों की संख्या में भीड़ उमड़ गई.

Jama Masjid Survey: रविवार सुबह उत्तर प्रदेश के संभल में जामा मस्जिद सर्वे के दौरान अचानक सैकड़ों की संख्या में भीड़ उमड़ गई. भीड़ ने पुलिस पर पत्थर फेंके. जिसके बाद हिंसा भड़क गई. जिसमें तीन युवकों की मौत हो गई है. पुलिस ने भीड़ को कंट्रोल करने के लिए पहले आंसू गैस के गोले दागे. फिर लाठीचार्ज कर भीड़ को खदेड़ा. संभल में हालात बेकाबू है. आसपास के थानों से फोर्स को बुलाया गया है. डीएम और एसपी सहित कई आलाधिकारी मौके पर मौजूद हैं.

संभल में पथराव और आंसू गैस छोड़ने के बाद हालात बेकाबू हो गए हैं. भीड़ ने एक गाड़ी में आग लगा दी. पुलिस शांति व्यवस्था की अपील कर रही है. हालांकि, हालात बिगड़ते जा रहे हैं. पुलिस ने और फोर्स बुलाई है.

संभल हिंसा में जिन तीन युवकों की मौत हुई है. एक युवक के परिजन का दावा है कि पुलिस की गोली से मौत हुई है. वहीं दो लोगों की मौत की खबर फैलते ही शहर में फिर तनाव बढ़ गया है. सपा सांसद बर्क के इलाके में पथराव की घटना हुई है. हिंसा के बाद डीआईजी, आईजी मौके पर पहुंच चुके हैं. पुलिस ने भी दोनों युवकों की मौत की पुष्टी भी कर दी है.

कैसे शुरू हुआ विवाद

रविवार की सुबह 6 बजे डीएम-एसपी की एक टीम संभल जामा मस्जिद का सर्वे करने पहुंची थी. सर्वे की टीम जामा मस्जिद के अंदर दाखिल हुई. करीब एक घंटे तक हालात सामान्य थे. सुबह-सुबह टीम को देखकर आसपास के मुस्लिम समुदाय भड़क गए थे. उन्होंने कहा कि छुट्‌टी के दिन इतनी सुबह-सुबह सर्वे क्यों किया जा रहा है? इसके बाद अचानक जामा मस्जिद के बाहर भीड़ आ गई है. भीड़ और पुलिस के बीच बहस हो गई. एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई और डीएम डॉ राजेंद्र पेंसिया ने मोर्चा संभाला.

 

आंसू गैस के गोले छोड़े गए

जब डीएम और एसपी आक्रोशित भीड़ को समझाने के लिए पहुंचे तो आक्रोशित भीड़ ने नारेबाजी शुरू कर दी. जामा मस्जिद के आसपास के इलाके में इकट्ठा हुई, भीड़ को हटाने के लिए जमा मस्जिद के सदर ने मस्जिद के अंदर से ऐलान किया, लेकिन भीड़ हटी नहीं. कुछ देर बाद भीड़ ने पत्थरबाजी शुरू कर दी. इसके बाद आक्रोशित भीड़ को भगाने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े गए.

डिप्टी सीएम का बयान- कानूनी कार्रवाई होगी

उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने संभल में शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण करने के लिए एक सर्वेक्षण दल के पहुंचने पर पथराव की घटना पर कहा, ‘न्यायालय के आदेश का पालन करवाना ये सरकार और पुलिस प्रशासन की जिम्मेदारी है.  उसका पालन करवाया जाएगा और जो न्यायालय के आदेश के अनुपालन में बाधा डालेंगे उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी.’

 

हिंदू पक्ष के वकील बयान

हिन्दू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन ने बताया- कोर्ट के आदेश पर सर्वे होना था. सुबह 7:30 से 10 बजे तक सर्वे हुआ. सभी चीजों की वीडियोग्राफी, फोटोग्राफी हो चुकी है. अब ये सर्वे पूरा हो चुका है. अब 29 नवबंर को एडवोकेट कमिश्नर अपनी रिपोर्ट कोर्ट के सामने रखेंगे. मैं सबसे अपील करना चाहूंगा, सभी लोग कानून के दायरे में रहे. कानून को अपने हाथ में न ले. कोर्ट की प्रकिया है, इसमें लंबा टाइम लगेगा.

5 दिन में दूसरी बार सर्वे

बता दें, कोर्ट के आदेश के बाद जामा मस्जिद में सर्वे का काम शुरू हुआ है. 5 दिन में दूसरी बार सर्वे करने के लिए प्रशासन की टीम रविवार को मस्जिद पहुंची थी. टीम में हिंदू पक्ष के अधिवक्ता, शासकीय अधिवक्ता के साथ डीएम-एसपी, एसडीएम मस्जिद के अंदर गए थे. सुरक्षा को देखते हुए पहले से ही पीएसी-आरआरएफ की टीम को जामा मस्जिद के आसपास तैनात किया गया था.

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संभल की शाही जामा मस्जिद का मामला कोर्ट में जाने के बाद सर्वे का आदेश दिया गया था. कैलादेवी मंदिर के महंत ऋषि राज गिरि महाराज ने 19 नवंबर को दोपहर डेढ़ बजे सिविल कोर्ट में याचिका लगाई थी. सिविल जज सीनियर डिवीजन आदित्य सिंह की अदालत ने कहा- मस्जिद का सर्वे होगा. 7 दिन में वीडियो और फोटोग्राफी कराकर रिपोर्ट दाखिल करें.

कोर्ट के आदेश के बाद उसी दिन शाम सर्वे के लिए टीम जामा मस्जिद पहुंची. डीएम राजेंद्र पैंसिया और एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई भी साथ रहे. 2 घंटे के सर्वे के बाद टीम रात करीब 8 बजे बाहर आई थी.

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