सूरज से भी तेज चमकेगा पूर्वांचल विश्वविद्यालय का नाम! राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर कुलपति वंदना सिंह का दिल्ली में होगा सम्मान

नई दिल्ली में आयोजित होने वाले इस सम्मान समारोह में देशभर के अनुदान प्राप्त विश्वविद्यालयों की टीमों को बुलाया गया है, ताकि उनकी सामूहिक उपलब्धियों को पहचाना जा सके. कुल मिलाकर, यह न केवल पूर्वांचल विश्वविद्यालय की शैक्षिक यात्रा का एक शानदार अध्याय है, बल्कि यह विज्ञान और तकनीकी शोध में योगदान के लिए प्रेरणादायक मिसाल भी बनेगा.
विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. वंदना सिंह

विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. वंदना सिंह

National Science Day: राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के मौके पर देशभर के शीर्ष विश्वविद्यालयों के साथ वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय को भी वो सम्मान मिलेगा, जो हर शैक्षिक संस्थान का सपना होता है! इस बार भारत सरकार का विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय पूर्वांचल विश्वविद्यालय को प्रमोशन ऑफ यूनिवर्सिटी रिसर्च एंड साइंटिफिक एक्सीलेंस (PURS) के तहत 7.13 करोड़ रुपये का अनुदान देने जा रहा है. इस ऐतिहासिक मौके पर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. वंदना सिंह और उनकी टीम को सम्मानित किया जाएगा.

समारोह में 9 विश्वविद्यालयों को सराहा जाएगा

विज्ञान भवन दिल्ली में होने वाले सम्मान समारोह में भारत सरकार द्वारा देशभर के 9 विश्वविद्यालयों को सराहा जाएगा. और हां, उत्तर प्रदेश का नाम इस सूची में सबसे ऊपर है, क्योंकि केवल वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय ही एकमात्र ऐसा विश्वविद्यालय है जिसे इस प्रतिष्ठित अनुदान का सम्मान प्राप्त हुआ है. कुलपति प्रो. वंदना सिंह के साथ गिरिधर मिश्र,धीरेन्द्र चौधरी, और डॉ काजल डे जैसे वरिष्ठ शिक्षकों की टीम भी इस सम्मान समारोह में शिरकत करेगी.

अब इस अनुदान का क्या प्रभाव पड़ेगा?

यह 7. 13 करोड़ रुपये का अनुदान, सौर ऊर्जा, हाइड्रोजन ऊर्जा और उन्नत बैटरी प्रौद्योगिकी जैसे उभरते हुए क्षेत्रों में अत्याधुनिक शोध को बढ़ावा देने के लिए होगा. यह सिर्फ विश्वविद्यालय के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे राज्य और देश के लिए एक बड़ा कदम साबित होगा. कार्यक्रम से पहले वंदना सिंह ने कहा, “यह सम्मान सिर्फ हमारे विश्वविद्यालय की पहचान नहीं है, बल्कि यह राज्य के लिए गर्व का विषय है, जो भविष्य में शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में और भी ऊंचाइयों तक पहुंचने के रास्ते खोलने का काम करेगा.”

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कैसा रहेगा यह सम्मान समारोह?

नई दिल्ली में आयोजित होने वाले इस सम्मान समारोह में देशभर के अनुदान प्राप्त विश्वविद्यालयों की टीमों को बुलाया गया है, ताकि उनकी सामूहिक उपलब्धियों को पहचाना जा सके. कुल मिलाकर, यह न केवल पूर्वांचल विश्वविद्यालय की शैक्षिक यात्रा का एक शानदार अध्याय है, बल्कि यह विज्ञान और तकनीकी शोध में योगदान के लिए प्रेरणादायक मिसाल भी बनेगा.

शानदार भविष्य की ओर एक कदम

इस PURS अनुदान से विश्वविद्यालय के शोध और विकास को एक नई दिशा मिलेगी, और विज्ञान के विभिन्न क्षेत्रों में गहरे और विश्लेषणात्मक अनुसंधान की शुरुआत होगी. यही नहीं, पूर्वांचल विश्वविद्यालय के छात्रों और शोधकर्ताओं को भी अब नए अवसरों के दरवाजे खुलते नजर आएंगे, जिससे उनका और विश्वविद्यालय का नाम और भी रोशन होगा.

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