इजरायल-ईरान युद्ध में अमेरिका की एंट्री, Iran के तीन परमाणु ठिकानों पर हमला, ट्रंप की दो टूक- या तो शांति होगी या फिर विनाश…

एनरिचमेंट प्लांट को तबाह करने में सिर्फ अमेरिका के GBU-57 मैसिव ऑर्डनेंस पेनेट्रेटर बंकर-बस्टर बम और B-2 स्टेल्थ विमान सक्षम हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक अब इन्हीं विमानों से अमेरिका ने ईरान पर हमला किया है.
donald trump

डोनाल्ड ट्रंप

Israel Iran War: इजरायल और ईरान के बीच चल रहे युद्ध के दसवें दिन अमेरिका की भी एंट्री हो गई है. अमेरिका ने ईरान के तीन परमाणु ठिकानों पर हमला किया है. हमले की जानकारी खुद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर दी है. ट्रंप ने लिखा कि दुनिया में कोई और सेना नहीं है जो ऐसा कर सकती थी.

ट्रंप ने लिखा, “हमने ईरान में तीन परमाणु स्थलों पर अपना बहुत ही सफल हमला पूरा कर लिया है, जिसमें फोर्डो, नतांज़ और एस्फाहान शामिल हैं. सभी विमान अब ईरान के हवाई क्षेत्र से बाहर हैं. प्राथमिक स्थल, फोर्डो पर बमों का पूरा पेलोड गिराया गया.”

ट्रंप का आया बयान

ट्रंप ने आगे लिखा, “सभी विमान सुरक्षित रूप से अपने घर की ओर जा रहे हैं. हमारे महान अमेरिकी योद्धाओं को बधाई. दुनिया में कोई और सेना नहीं है जो ऐसा कर सकती थी. अब शांति का समय है. इस मुद्दे पर आपका ध्यान देने के लिए धन्यवाद.”

वहीं प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ट्रंप ने ईरान से शांति की अपील करते हुए इजरायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू और इजरायली सेना को बधाई दी. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर ईरान ने अब भी शांति नहीं अपनाई तो भविष्य के हमले इससे कहीं ज्यादा भीषण होंगे. ट्रंप ने कहा कि या तो ईरान में शांति होगी या फिर विनाश. उन्होंने यह भी कहा कि जो टारगेट चुने गए थे, वे सबसे कठिन थे.

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वहीं ईरान की ओर से हमले को ना रोक पाने की बात कही गई है. ईरान के मेबर न्यूज़ के मुताबिक फोर्डो न्यूक्लियर साइट के एक हिस्से पर हमला हुआ, जिसे रोकने में नाकामयाब रहे. अमेरिका के हमले के बाद ईरान ने कहा है कि अब उनके निशाने पर कई अमेरिकी ठिकाने और उनके नागरिक हैं.

अमेरिका के इस हमले से पहले इजरायल ने कहा था कि अगर अमेरिका नहीं करेगा, तो हम न्यूक्लियर साइट पर अकेले हमला करेंगे. वहीं ईरान पर अमेरिकी हमले के बाद इज़रायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू का बयान भी आया है.

नेतन्याहू ने ट्रंप को दी बधाई

नेतन्याहू ने कहा, “राष्ट्रपति ट्रंप को बधाई. ईरान के परमाणु ठिकानों को निशाना बनाने का आपका यह साहसिक निर्णय, संयुक्त राज्य अमेरिका की जबरदस्त और न्यायोचित शक्ति के साथ, इतिहास को बदल देगा. राष्ट्रपति ट्रंप और मैं अक्सर कहते हैं; ‘शक्ति के ज़रिए शांति’, पहले शक्ति आती है, फिर शांति आती है. आज रात, राष्ट्रपति ट्रंप और अमेरिका ने महाशक्ति के साथ काम किया है.”

फोर्डो पर हमला आसान नहीं, यह जमीन से 90 मीटर अंदर

फोर्डो एनरिचमेंट प्लांट ईरान की एक पहाड़ी में 295 फीट, यानी लगभग 90 मीटर गहराई में मौजूद है. इसकी बनावट और रणनीतिक लोकेशन ऐसी है कि कोई भी देश इसे हवाई हमले से आसानी से तबाह नही कर सकता था. फोर्डो के अड्डे तक पहुंचने के लिए पांच सुरंगों को काटकर गहराई में बंकरनुमा सुविधाएं बनाई गई हैं.

बंकर-बस्टर बम से खत्म किया फोर्डो!

एनरिचमेंट प्लांट को तबाह करने में सिर्फ अमेरिका के GBU-57 मैसिव ऑर्डनेंस पेनेट्रेटर बंकर-बस्टर बम और B-2 स्टेल्थ विमान सक्षम हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक अब इन्हीं विमानों से अमेरिका ने ईरान पर हमला किया है.

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