Indore में अधिकांश ई-रिक्शा ड्राइवर अपनी हेडलाइट बंद कर चलाते हैं गाड़ियां, रियलिटी चेक में हुए चौकाने वाले खुलासे

MP News: एक रिक्शा चालक ने आख़िर में इसके पीछे का सही कारण भी बताया उन्होंने बोला, बैटरी की शक्ति बचाने के लिए लाइट बंद रखते हैं ताकि वे अधिक किलोमीटर की दूरी तय करने के लिए इसका उपयोग कर सकें.
Vistaar News spoke to at least 10 e-rickshaw drivers.

विस्तार न्यूज ने कम से कम 10 ई रिक्शा चालकों से बात की. 

Indore News: विस्तार न्यूज़ की टीम ने इंदौर शहर के रणजीत हनुमान रोड पर ई-रिक्शा से जुड़ी स्थिति का रियलिटी चेक किया, जिसमें हैरान कर देने वाली सच्चाई सामने आई. जांच में पाया गया कि शहर में अधिकांश ई-रिक्शा ड्राइवर अपनी गाड़ियां हेडलाइट बंद कर चलाते हैं. यह सिर्फ संकरी गलियों तक सीमित नहीं है, बल्कि मुख्य सड़कों पर भी ऐसा ही देखने को मिला. जब उनसे इसकी वजह पूछी गई, तो किसी ने कहा कि हेडलाइट खराब है, तो कोई बोला कि इससे बैटरी जल्दी खत्म हो जाती है. इसके साथ ही कई चौकाने वाले खुलासे भी हुए. पढ़िए रिर्पोर्ट

ई-रिक्शा चालकों द्वारा रात में लाइटें बंद कर वाहन चलाने से दुर्घटना का भय, आख़िर क्या है इसके पीछे का सही कारण?

इस बात की पड़ताल करने रात 10:30 बजे विस्तार न्यूज़ की टीम सड़क पर पता करने निकली कि आख़िर इसके पीछे का कारण क्या है?

केस 1 : ध्यान नहीं दिया लाइट बंद है

विस्तार न्यूज़ की टीम ने लाइट बंद कर आ रहे एक ई-रिक्शा को हाथ दिखाकर रोका और लाइट न जलाने का कारण पूछा तो उसने बड़ी अकड़ के साथ कहा कि भूल गए चलाते चलाते, ध्यान नहीं रहा लाइट ऑन करना.

केस 2 : लाइट बंद करके भी कोई दिक़्क़त नहीं

कुछ ने कहा कि हम चला लेते है कोई दिक़्क़त नहीं होती लाइट बंद कर के भी ऐसे में विस्तार न्यूज़ ने उनको कैमरा के सामने अपनी गलती एक्सेप्ट करने के लिए बोला और कहा कि वो आगे से ऐसे ना करे

केस 3 : बैटरी ख़त्म हो जाएगी

रिपोर्टर ने सवाल करते हुए कहा कि अभी रात के समय में लाइट क्यों बंद है तो रिक्शा चालक ने कहा कि बैटरी खत्म न हो जाए, इसलिए हेड लाइट नहीं जलाई है.

ये भी पढ़ें: जबलपुर के 5 फेमस गणेश मंदिर, 16 भुजाओं वाले गणेश मंदिर से लेकर अर्जी से मनोकामना पूरी करने वाले सिद्ध गणेश मंदिर

केस 4 : शराब के नशे में धुत मिला

विस्तार न्यूज़ ने ई-रिक्शा की हेड लाइट न जलाने का कारण पूछा तो वह कई प्रकार के बहाने बनाने लगा और फिर आख़िर में कहने लगा कि गलती हो गई. ऐसे में हमने देखा कि चालक के मुंह से शराब की बदबू भी आ रही थी और वो नशे में था.

केस 5 : रिक्शा में फाल्ट बताया

रात में ई-रिक्शे की हेड लाइट न जलाने का कारण पूछा. चालक ने कहा कि फॉल्ट हो गया है. इसकी वजह से लाइट नहीं जल रही है. कल मैकेनिक के पास जा कर दिखवाएंगे.

एक रिक्शा चालक ने आख़िर में इसके पीछे का सही कारण भी बताया उन्होंने बोला, बैटरी की शक्ति बचाने के लिए लाइट बंद रखते हैं ताकि वे अधिक किलोमीटर की दूरी तय करने के लिए इसका उपयोग कर सकें

रात को 1 घंटे लगभग हमने ऐसे रिक्शा चालकों से बात की जो लाइट बंद कर के रिक्शा चला रहे थे और उन्हें बोला भी कि बैटरी से ज़्यादा ज़रूरी उनकी जान है और उनके यात्रियों की भी. लाइट न जलाकर वे न केवल अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं, बल्कि दूसरे यात्रियों की सुरक्षा भी जोखिम में डाल रहे हैं.

वहीं इस पूरे मामले में डीसीपी अरविंद तिवारी का कहना है कि हमारे संज्ञान में अभी ये मामला आया है. इसको लेकर हम जाँच करेंगे और कार्यवाही करेंगे कि ऐसे कौन लोग है जो लाइट बंद कर के रिक्शा चलाते है.

कम से कम 10 ई रिक्शा चालकों से बात की जिसमें यह बाते निकल कर सामने आईं.

ज़रूर पढ़ें