UP News: भदोही में सपा विधायक के आवास पर घरेलू सहायिका की संदिग्ध मौत, आत्महत्या या हत्या? जांच में जुटी पुलिस
UP News: भदोही जिले में सोमवार सुबह एक सनसनीखेज घटना ने सबको चौंका दिया. समाजवादी पार्टी के विधायक ज़ाहिद जमाल बेग के आवास पर 18 वर्षीय नाजिया नाम की घरेलू सहायिका का शव फंदे से लटका मिला. इस घटना ने स्थानीय प्रशासन और समाज में हड़कंप मचा दिया है. मामले की जांच में पुलिस और फॉरेंसिक की टीम जुट गई है.
घटना की पूरी जानकारी
जानकारी के मुताबिक, नाजिया पिछले आठ सालों से विधायक ज़ाहिद जमाल बेग के घर में घरेलू सहायिका के तौर पर काम कर रही थी. सोमवार सुबह, जब नाजिया काफी देर तक नहीं उठी, तो उसकी सहेली और दूसरी घरेलू सहायिका ने उसका दरवाजा खटखटाया. जब कोई जवाब नहीं मिला, तो परिजनों ने दरवाजा तोड़कर देखा कि नाजिया का शव पंखे पर दुपट्टे से बने फंदे से लटका हुआ था.
पुलिस को तुरंत सूचित किया गया. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. पुलिस ने फॉरेंसिक टीम को बुलाकर साक्ष्य एकत्र किए. पुलिस क्षेत्राधिकारी (नगर क्षेत्र) अजय कुमार चौहान ने बताया कि पोस्टमार्टम दो डॉक्टरों के पैनल से कराया जाएगा और उसकी वीडियोग्राफी भी की जाएगी.
विधायक ने ज़ाहिद जमाल बेग ने क्या कहा?
विधायक ज़ाहिद जमाल बेग ने बताया कि नाजिया पिछले आठ साल से उनके घर में काम कर रही थी और उसे घर के ऊपर बने स्टोर रूम में रहने की जगह दी गई थी. उन्होंने कहा, “हमने नाजिया को हमेशा एक परिवार के सदस्य की तरह माना. हमें उसकी मौत की जानकारी तब मिली जब दूसरी सहायिका ने उसकी नींद का समय पार होने के बाद दरवाजा खटखटाया.”
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मामले की जांच जारी
इस घटना के बाद स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने मामले की जांच को गहराई से आगे बढ़ाने का निर्णय लिया है. आत्महत्या की संभावनाओं की जांच के साथ-साथ, किसी प्रकार की बाहरी दखलअंदाजी या अपराध की संभावना की भी जांच की जाएगी. इस घटना ने न केवल भदोही बल्कि पूरे प्रदेश में घरेलू सहायिकाओं की सुरक्षा और उनके कामकाजी परिस्थितियों पर सवाल उठाए हैं.
भदोही पुलिस की अपील
भदोही पुलिस ने अपील की है कि इस मामले में कोई भी जानकारी रखने वाले लोग सामने आएं ताकि घटना की सच्चाई को सामने लाया जा सके और दोषियों को सजा दिलाई जा सके. इस समय, नाजिया के परिवार और स्थानीय लोगों में गुस्सा और चिंता का माहौल है, और सभी की नजरें इस मामले की निष्पक्ष जांच पर टिकी हुई हैं. इस प्रकार की घटनाएं समाज में बड़े पैमाने पर सुरक्षा और संवेदनशीलता की आवश्यकता की ओर इशारा करती हैं, और यह सुनिश्चित करना कि भविष्य में ऐसे मामले न हों, सभी की जिम्मेदारी है.