राहुल गांधी का एक फोन कॉल और बन गई बात…फूलपुर सीट कांग्रेस को देने के लिए कैसे तैयार हुए अखिलेश यादव?
Uttar Pradesh BY-Election: उत्तर प्रदेश के उपचुनावों में एक महत्वपूर्ण विकास हो रहा है. कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच की दरार अब खत्म हो सकती है, और दोनों पार्टियां मिलकर चुनावी मैदान में उतरने का फैसला कर सकती हैं. जानकारी के अनुसार, सपा के प्रमुख अखिलेश यादव ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी से बातचीत की, जिसके बाद यह तय किया गया कि सपा, कांग्रेस के लिए फूलपुर सीट छोड़ने को तैयार है.
3 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है कांग्रेस
इससे पहले, सपा ने फूलपुर सीट पर अपने उम्मीदवार को उतार दिया था, जिससे दोनों पार्टियों के बीच टकराव बढ़ गया था. लेकिन अब, इंडिया गठबंधन की एकता को ध्यान में रखते हुए सपा और कांग्रेस के बीच सहमति बन चुकी है. अब कहा जा रहा है कि कुल 9 सीटों में से कांग्रेस 3 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है, जबकि बाकी सीटों पर सपा के उम्मीदवार होंगे.
यहां गौर करने वाली बात यह भी है कि जब कांग्रेस और सपा के बीच सीट शेयरिंग पर बातचीत नहीं बन रही थी, तब कांग्रेस ने यह सोच लिया था कि वह इस उपचुनाव में कोई उम्मीदवार नहीं उतारेगी. लेकिन अब, दोनों पार्टियों के शीर्ष नेतृत्व ने मिलकर इस मसले को सुलझाने में सफलता पाई है.
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उत्तर प्रदेश में महाराष्ट्र का असर!
यह समझौता खासकर तब महत्वपूर्ण हो जाता है जब सपा को महाराष्ट्र में भी इंडिया गठबंधन के साथ चुनाव लड़ना है. वहां कांग्रेस एक प्रमुख भूमिका में है, और दोनों पार्टियों के बीच सीट शेयरिंग पर सहमति बनाना चुनौतीपूर्ण हो सकता है. सपा पहले ही 5 उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है और वह कम से कम 12 सीटों पर चुनाव लड़ने की चाहत रखती है. वहीं, महा विकास अघाड़ी सपा को अधिक सीटें देने के लिए तैयार नहीं है.
आज बुधवार को महाराष्ट्र के लिए महा विकास अघाड़ी का सीट शेयरिंग का ऐलान हो सकता है, जिससे स्थिति और स्पष्ट हो जाएगी. राजनीति के जानकारों का मानना है कि महाराष्ट्र में अपनी स्थिति देखते हुए अखिलेश यादव ने यूपी में यह सीट कांग्रेस को देने के लिए तैयार है.