थलापति विजय की पॉलिटिक्स में धमाकेदार एंट्री, दक्षिण में TVK की नई लहर, DMK और AIADMK के सामने बड़ी चुनौती
South Indian Politics: तमिल सिनेमा के सबसे प्रसिद्ध अभिनेता में से एक थलापति विजय (Thalapathy Vijay) ने अपनी राजनीतिक पार्टी की शुरुआत की है. उन्होंने अपनी पार्टी का नाम रखा है तमीज़गा वेत्री कज़गम (TVK). यह घोषणा उन्होंने विल्लुपुरम में अपनी पहली सार्वजनिक सभा में की. इस सभा में उन्होंने अपने राजनीतिक उद्देश्यों और योजनाओं के बारे में बात की और यह बताया कि वे 2026 के विधानसभा चुनावों की तैयारी कर रहे हैं.
पार्टी की शुरुआत
विजय ने अपनी पार्टी की औपचारिक शुरुआत फरवरी में की थी, लेकिन इस सभा के माध्यम से उन्होंने अपने समर्थकों और जनता के सामने अपने विचार रखे. उनका लक्ष्य तमिलनाडु की राजनीति में एक नई दिशा देना है, और वे पारंपरिक राजनीतिक दलों, जैसे DMK (द्रविड़ मुनेत्र कड़गम) और AIADMK (अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम), के खिलाफ अपनी पहचान बनाना चाहते हैं.
राजनीतिक विचारधारा
विजय ने सभा में कई महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाया. इनमें से एक विवादास्पद मुद्दा है NEET (नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट). यह परीक्षा तमिलनाडु में काफी विरोध का सामना कर चुकी है, क्योंकि कई लोगों का मानना है कि यह राज्य के छात्रों के लिए अन्यायपूर्ण है. विजय ने इस मुद्दे को उठाकर यह दिखाने की कोशिश की है कि वे जनता की समस्याओं के प्रति संवेदनशील हैं और उनके हितों की रक्षा करना चाहते हैं.
विजय ने द्रविड़ आंदोलन का भी जिक्र किया. उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि द्रविड़ आंदोलन ने तमिलनाडु में सामाजिक न्याय, समानता और शिक्षा के लिए कई महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं. विजय ने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी इन मूल्यों को आगे बढ़ाने का काम करेगी.
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सिनेमा और राजनीति का संबंध
तमिलनाडु में सिनेमा और राजनीति का एक गहरा संबंध रहा है. कई फिल्मी सितारे राजनीति में आकर सफल हुए हैं, जैसे कि एम. जी. रामचंद्रन और जयललिता. विजय का राजनीति में आना इस परंपरा को जारी रखता है. उनके प्रशंसक उन्हें केवल एक अभिनेता के रूप में नहीं, बल्कि एक नेता के रूप में भी देखने के लिए उत्सुक हैं.
विजय का यह कदम दिखाता है कि वे केवल फिल्म उद्योग में ही नहीं, बल्कि राजनीति में भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाना चाहते हैं. उनके समर्थकों का मानना है कि वे नए विचारों और ऊर्जा के साथ राजनीति में कदम रख रहे हैं. यह देखना दिलचस्प होगा कि वे अपने चुनावी अभियान के दौरान कौन से मुद्दे उठाते हैं और कैसे जनता का समर्थन प्राप्त करते हैं.
थलापति विजय की पार्टी तमीज़गा वेत्री कज़गम, अगर सही तरीके से काम करती है, तो यह तमिलनाडु की राजनीति में एक नई आवाज बन सकती है. विजय की मेहनत, उनकी विचारधारा और उनके समर्थकों का उत्साह निश्चित रूप से इस यात्रा को रोचक बनाएगा. अब यह देखना है कि वे कैसे अपनी योजनाओं को धरातल पर लाते हैं और क्या वे अपने लक्ष्यों को हासिल कर पाते हैं.