MP News: साइबर ठगों ने अपनाया नया तरीका, ऐसे वीडियो के झांसे में आते ही हो जाते हैं डिजिटल अरेस्ट

MP News: मध्य प्रदेश में साइबर ठगों ने थर्ड डिग्री का फर्जी वीडियो भेज कर डिजिटल अरेस्ट करने का नया तरीका अपनाया ह. इस गिरोह में का ज्यादातर लिंक विदेशी निकलकर सामने आया है. यह लोग पुलिस बनकर कॉल करते है और लोगों को डरा कर ठगी करते हैं. पढ़ें पूरी रिपोर्ट-
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साइबर क्राइम

MP News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी डिजिटल अरेस्ट की घटनाओं पर अपनी चिंता जाहिर कर चुके हैं. ठग नेशनल एजेंसी और पुलिस का नाम लेकर लोगों को अपने जाल में फंसाते हैं. इस बीच मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में साबइबर ठगों ने ठगी का नया तरीका इजाद कर लिया है. वह लोगों को पुलिस की थर्ड डिग्री का वीडियो भेज कर उन्हें फंसा रहे हैं.

साइबर ठगी का नया तरीका

अब साइबर ठग पुलिस बन कर लोगों को एक थर्ड डिग्री के वीडियो के माध्यम से भी डरा कर अपने जाल में फंसा रहे हैं. ठग भोली भाली जनता को कॉल कर अश्लील वेबसाइट देखने का आरोप लगाते हैं. इसके बाद पुलिस की थर्ड डिग्री का वीडियो भेज कर उन्हें फंसाते है.

भोपाल में 1 करोड़ 55 लाख से ज्यादा की ठगी

फरवरी से लेकर सितंबर तक भोपाल क्राइम ब्रांच के पास 20 से ज्यादा मामले सामने आ चुके है, जिसमें 1 करोड़ 55 लाख से ज्यादा की ठगी की जा चुकी है.

जानिए 2024 में फरवरी से अब तक भोपाल में डिजिटल अरेस्ट के कितने मामले सामने आए हैं-

फरवरी में 1 केस, 68 लाख 49 हजार रुपए की ठगी
मार्च में 2 केस, 9 लाख 70 हजार रुपए की ठगी
अप्रैल में 1 केस, 3 लाख रुपए की ठगी
मई में 3 केस, 1 लाख 27 हजार रुपए की ठगी
जून में 2 केस, 2 लाख 40 हजार रुपए की ठगी
जुलाई में 4 केस, 22 लाख 20 हजार रुपए की ठगी
अगस्त में 5 केस, 1 लाख 77 हजार रुपए की ठगी
सितंबर में 2 केस, 46 लाख 64 हजार रुपए की ठगी

साइबर ठगों की चंगुल में फंसते-फंसते बचे एक फरियादी ने बताया कि उसके साथ भी इस तरीके से धोखाधड़ी का प्रयास किया गया पर वह समझ गया कि यह ठग है. उसे वीडियो भेजा गया था और फिर उसने तुरंत पुलिस को कंप्लेंट की.

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पुलिस कभी नहीं करती पैसों की डिमांड

डिजिटल अरेस्ट पर पुलिस कमिश्नर हरि नारायण चारी मिश्र ने बताया कि पुलिस कभी भी डिजिटल अरेस्ट नहीं करती है और न ही पैसे की डिमांड करती है. साथ ही वीडियो कॉल पर कभी भी कोई कार्रवाई नहीं करती है.

यहां करें शिकायत

बता दें कि लगातार बढ़ रहे डिजिटल अरेस्ट के मामले ने सबको चिंता में डाल दिया है. जागरूकता ही बचने का एक मात्र उपाय है और ठगी होने पर तुरंत 1930 या डायल 100/112 पर सूचना दें. साथ ही नजदीकी पुलिस स्टेशन पर शिकायत करें.

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