MP News: महाकाल मंदिर में नई व्यवस्था के तहत होंगे VIP दर्शन; भक्तों को देनी होगी अपनी जानकारी, दान भी दे सकेंगे

MP News: सोमवार यानी 4 नवंबर से महाकाल मंदिर में प्रोटोकॉल से आने वाले भक्तों के लिए नई व्यवस्था शुरू की गई है. अब त्रिनेत्र के ग्राउंड फ्लोर पर सुसज्जित प्रोटोकॉल कार्यालय बनाया गया है. इसमें एक काउंटर दान राशि लेने के लिए स्थापित किया है
New VIP entry protocol in Mahakal Temple

महाकाल मंदिर में वीआईपी एंट्री के लिए प्रोटोकॉल की नई व्यवस्था

MP News: महाकाल मंदिर में वीआईपी(VIP) श्रद्धालुओं को मिलने वाली प्रोटोकॉल व्यवस्था में अब उन्हें एक फॉर्म भरना होगा. उसमें अपनी डिटेल के साथ अगर वो दान राशि देना चाहते हैं तो वो भी उस फॉर्म में अंकित की गई है. प्रोटोकॉल कार्यालय अब त्रिनेत्र कंट्रोल रूम से संचालित होगा. इसकी शुरुआत हो चुकी है और एक ही दिन में मंदिर समिति को वीआईपी(VIP) श्रद्धालुओं ने 6 हजार रुपये से अधिक का दान देकर दर्शन भी किए है. इससे महाकाल मंदिर को दान तो मिलेगा ही साथ ही अवैध रुप से मंदिर में प्रोटोकॉल से होने वाली एंट्री पर भी लगाम लग सकेगी.

महाकाल मंदिर में VIP प्रोटोकॉल के लिए नई व्यवस्था

सोमवार यानी 4 नवंबर से महाकाल मंदिर में प्रोटोकॉल से आने वाले भक्तों के लिए नई व्यवस्था शुरू की गई है. अब त्रिनेत्र के ग्राउंड फ्लोर पर सुसज्जित प्रोटोकॉल कार्यालय बनाया गया है. इसमें एक काउंटर दान राशि लेने के लिए स्थापित किया है. यहीं पर आने वाली वीआईपी(VIP) श्रद्धालु एक फॉर्म भरेंगे. अगर वो दान राशि देना चाहते है तो दान राशि जमा कर प्रोटोकॉल के तहत मिलने वाली सुविधा लेकर मंदिर में दर्शन कर सकेंगे. खास बात ये की फॉर्म में लिखा होगा किस श्रद्धालु को प्रोटोकॉल के तहत नंदी हाल या गणेश मंडपम दोनों में किसी एक जगह से दर्शन मिल सकेंगे.

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उज्जैन कलेक्टर नीरज सिंह ने बताया कि VIP श्रद्धालुओं के लिए ये व्यवस्था की गई है. अब भक्तों को फॉर्म जमा करके दर्शन मिल सकेंगे. उन्हें नए कार्यालय से सुगमता से दर्शन मिल सकेंगे.

VIP भक्तों को ये जानकारी देनी होगी

महाकाल मंदिर के प्रशासक ने बताया कि प्रोटोकॉल से आने वाले कई भक्त 250 रुपये की रसीद से दर्शन करने जाते हैं. कुछ भक्त निशुल्क भी दर्शन करते थे. उनके साथ कई बार अन्य लोगों को निशुल्क वीआईपी प्रोटोकॉल बताकर दर्शन करवा दिए जाते थे. ऐसे में अब सभी प्रोटोकॉल से आने भक्तों को एक फार्म भरना होगा जिसमें नाम,पद, विभाग,मोबाइल नंबर, सदस्य संख्या,अनुमति स्थान,दान राशि की जानकारी भरना होगा. हालांकि निशुल्क दर्शनर्थियों को दान देना जरुरी नहीं होगा. वो स्वेच्छा दान दे सकते हैं.

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