MP News: उज्जैन में भीड़ नियंत्रित करने के लिए बनेगा ‘क्राउड मैनेजमेंट’ सिस्टम, 2028 में होने वाले कुंभ से पहले लागू होगा

MP News: हर 12 साल में उज्जैन में कुंभ मेले का आयोजन किया जाता है. इसके लिए राज्य सरकार ने तैयारियां शुरू कर दी है. इस मेले में लाखों श्रद्धालु आते हैं. इसी कारण राज्य सरकार और प्रशासन ने क्राउड मैनेजमेंट करने जा रही है
Mahakaleshwar Temple

महाकालेश्वर मंदिर (फाइल फोटो)

MP News: उज्जैन को मंदिरों का शहर कहा जाता है. यहां विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मदिर के अलावा हरसिद्धि मंदिर, गढ़कालिका, मंगलनाथ और सांदीपनि आश्रम जैसे कई मंदिर हैं. रोजाना देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं. एक अनुमान के मुताबिक रोजाना 2 से 2.5 लाख श्रद्धालु उज्जैन आते हैं. कुछ विशेष अवसरों पर जैसे महाशिवरात्रि और श्रावण सोमवार के समय श्रद्धालुओं की संख्या बढ़कर 8 लाख तक पहुंच जाती है.

सिंहस्थ से पहले लागू होगा क्राउड मैनेजमेंट सिस्टम

हर 12 साल में उज्जैन में कुंभ मेले का आयोजन किया जाता है. इसके लिए राज्य सरकार ने तैयारियां शुरू कर दी है. इस मेले में लाखों श्रद्धालु आते हैं. इसी कारण राज्य सरकार और प्रशासन ने क्राउड मैनेजमेंट करने जा रही है. बेहतर क्राउड मैनेजमेंट और ट्रैफिक व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए IIM इंदौर एक दीर्घकालिक रोडमैप तैयार करेगा. यह योजना आने वाले 20 सालों तक इफेक्टिव रहेगी. खासतौर पर सिंहस्थ जैसे बड़े आयोजनों के लिए ये योजना बनाई जा रही है. इस पहल की शुरुआत साल 2028 में सिंहस्थ कुंभ मेले के पहले शुरू किया जा सकता है. इसके लिए 15 नवंबर को इंदौर और उज्जैन के अधिकारियों की बैठक हुई और पूरे रोड मैप पर चर्चा हुई है.

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महाकाल लोक बनने के बाद शहर में बढ़ी भीड़

एक अनुमान के मुताबिक महाकाल लोक बनने के बाद उज्जैन में भीड़ बढ़ी है. रहवासियों और बाहरी से आने वाले श्रद्धालुओं को यातायात संबंधी समस्या हो रही है. हर रोज जाम का सामना करना पड़ता है. महाकाल मंदिर में दर्शन के लिए लाखों श्रद्धालु आते हैं. कुंभ मेले और वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए क्राउड मैनेजमेंट सिस्टम लागू किया जा रहा है.

उज्जैन जिला प्रशासन, इंदौर जिला प्रशासन और आईआईएम(IIM) इंदौर इसके लिए रोडमैप तैयार कर रहा है. तीनों के बीच बैठक हुई. इस बैठक में अलग-अलग बातों पर चर्चा की गई है.

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