Ujjain News: माथे पर त्रिपुंड और गले में रुद्राक्ष की माला; भस्म आरती में पहुंचे ऐसे संत, जिन्हें देख हर कोई दंग
Ujjain News: ‘कालों के काल’ बाबा महाकाल के दरबार में रोजाना सुबह होने वाली भस्म आरती में शामिल होने के लिए दूर-दूर से संत, महात्मा और लोग पहुंचते हैं. शुक्रवार सुबह भस्म आरती के दौरान महाकाल की भस्म आरती में शामिल होने के लिए एक ऐसे संत पहुंचे, जिन्हें देखकर हर कोई अचंभित रह गया. माथे पर त्रिपुंड, गले में रुद्राक्ष की माला लेकिन संत की कद-काठी काफी कम थी, जिस कारण हर कोई उन्हें ही देख रहा था.
संत को देख दंग रह गए लोग
विश्व प्रसिद्ध बाबा महाकाल मंदिर में शुक्रवार सुबह भस्म आरती के दौरान अयोध्या की हनुमानगढ़ी से संत दर्शन करने के लिए पहुंचे थे. उनका नाम संत मंत्र है. देखने में तो यह संत एकदम साधारण नजर आ रहे थे लेकिन उनकी कद-काठी के कारण हर कोई उन्हें देखता रह गया.
उम्र 51 साल लेकिन ऊंचाई 2 फीट
मस्तक पर त्रिपुंड और रुद्राक्ष की माला पहने संत मंत्र की उम्र करीब 51 साल है. उनकी ऊंचाई लगभग 2 फीट है, जिस कारण हर कोई उन्हें देखता रह गया. संत मंत्र ने भस्म आरती में शामिल होकर करीब 2 घंटे नंदीहाल में बैठकर पूरी आरती देखी. उन्होंने चांदी द्वार से बाबा महाकाल के दर्शन भी किए. संत के साथ कुछ अन्य लोग भी थे, जो पूजन-अर्चन के दौरान उनका सहयोग करते नजर आ रहे थे.
महाकाल का लिया आशीर्वाद
जानकारी के मुताबिक संत ने लगभग 2 घंटे नंदी हॉल में बैठकर भस्म आरती में बाबा महाकाल के निराकार से साकार स्वरूप के दर्शन किए और उसके बाद वे बाबा महाकाल की भक्ति में लीन नजर आए. उन्होंने भस्म आरती के बाद चांदी द्वार पर पहुंचकर भगवान का पूजन-अर्चन किया और बाबा महाकाल का आशीर्वाद प्राप्त किया.
बता दें कि हनुमानगढ़ी अयोध्या से आए संत मंत्र बाबा महाकाल के दर्शन करने के बाद महानिर्वाणी अखाड़े के गादीपति महंत विनीत गिरी महाराज से मिलने अखाड़े पर पहुंचे. महंत विनीत गिरी ने उनका स्वागत किया.