Madhya Pradesh में लगातार बढ़ते Pollution से मुख्य सचिव नाराज, 7 जिला कलेक्टरों को प्लानिंग के निर्देश

Pollution: मध्य प्रदेश के कई शहरों में लगातार प्रदूषण का स्तर बढ़ता जा रहा है. इस पर मुख्य सचिव अनुराग जैन ने नाराजगी जताते हुए भोपाल समेत 7 जिला कलेक्टरों को अहम निर्देश दिए हैं.
Delhi AQI Today

दिल्ली के ज्यादातर इलाकों में AQI 400 के पार चला गया है.

Pollution:  मध्य प्रदेश के कई शहरों में दिवाली के बाद से वायु प्रदूषण बढ़ गया है. भोपाल, ग्वालियर समेत कई जिलों में हवा का AQI लेवल खराब हो गया है, जो ठीक होने का नाम नहीं ले रहा है. बढ़ते प्रदूषण स्तर को देखते हुए मुख्य सचिव अनुराग जैन ने नाराजगी जताई है. उन्होंने राजधानी भोपाल समेत 7 जिला कलेक्टरों को वायु प्रदूषण को कम करने के लिए प्लान बनाने के निर्देश दिए हैं.

शहरों में बिगड़ रही हवा

मध्य प्रदेश के कई शहरों में खराब होती हवा के मुद्दे पर मुख्य सचिव अनुराग जैन ने गंभीरता जताई है. नेशनल क्लीन एयर प्रोग्राम (एनकैप) की स्टीयरिंग कमेटी की बैठक में उन्होंने इस पर नाराजगी जताई है.

7 जिला कलेक्टरों को निर्देश 

मुख्य सचिव अनुराग जैन ने राजधानी भोपाल समेत सागर, देवास, उज्जैन, ग्वालियर, इंदौर और जबलपुर जिला कलेक्टर को अहम निर्देश दिए हैं. उन्होंने इन सभी जिलों के कलेक्टरों को वायु प्रदूषण को कम करने के लिए माइक्रो प्लान (Micro Plan) बनाने के निर्देश दिए हैं. साथ ही रोड डस्ट कंट्रोल के कामों की निगरानी खुद करने की बात भी कही है.

ये भी पढ़ें- हिंदू एकता यात्रा में उमड़ा जनसैलाब; आखिरी रात में सब हुए दुखी, ओरछा पहुंचने से पहले Baba Bageshwar ने की यह अपील

MP के 7 शहर देश में सबसे प्रदूषित

केंद्र ने मध्य प्रदेश के 7 शहरों को अति प्रदूषित माना है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने देश भर में 102 शहरों को नॉन अटेनमेंट सिटी (अति प्रदूषित रहवास क्षेत्र) घोषित किया है. इस लिस्ट में मध्य प्रदेश के 7 शहर भोपाल, सागर, देवास, उज्जैन, ग्वालियर, इंदौर और जबलपुर शामिल हैं. एनकैप के तहत इन शहरों को केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय अलग से फंडिंग करता है.

पराली जलाने पर रोक 

मुख्य सचिव ने शहरों के आसपास पराली जलाने पर तुरंत रोक लगाने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि अभियान चलाकर पराली जलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाए. साथ ही उन्होंने निर्माण कार्यों के दौरान ग्रीन नेट अनिवार्य करने और साइट पर स्पि्रंकलर से छिड़काव की व्यवस्था करने के निर्देश दिए.  CS अनुराग जैन ने कलेक्टरों से प्रीबीएस और BS-1 वाहनों का डेटा तैयार कराकर ऐसे वाहनों को शहरों से बाहर करने की योजना बनाने की भी बात कही.

ये भी पढ़ें- MP News: ‘हीरों की नगरी’ में चमकी युवक-युवती की किस्मत, कंकड़ साफ करते-करते मिले 6 हीरे

ज़रूर पढ़ें