Vistaar News की खबर का असर: Narayanpur में टॉयलेट में रहने को मजबूर आदिवासी बच्चे, तस्वीर सामने आने के बाद बड़ा एक्शन

Narayanpur: नारायणपुर के एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय में बाथरुम में छात्रों के रहने और पढ़ने की मजबूरी वाली Vistaar News की खबर पर बड़ा असर हुआ है. प्रशासन ने एक्शन लेते हुए प्रधान पाठक राम कीर्तन मरकाम को निलंबित कर दिया है.
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शौचालय में पढ़ने को मजबूर बच्चे

Narayanpur: बस्तर संभाग के नारायणपुर जिले से 2 दिसंबर को शर्मसार करने वाली तस्वीर सामने आई थी. यहां एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय में आदिवासी छात्र टॉयलेट में रहकर पढ़ने को मजबूर हैं. हालात इतने खराब की हाने वाली जगह पर प्राचार्य ने CCTV कैमरे तक लगवा दिए. Vistaar News ने इस खबर को प्रमुखता से दिखाया, जिसके बाद खबर का बड़ा असर हुआ है. कलेक्टर ने एक्शन लेते हुए विद्यालय में पदस्थ प्रधान पाठक राम कीर्तन मरकाम को निलंबित कर दिया है.

जानें पूरा मामला

नारायणपुर के ओरछा छोटेडोंगर स्थित आवासीय विद्यालय की बदहाल तस्वीर सामने आई.  हॉस्टल में कमरों की कमी की वजह से बच्चे टॉयलेट में रहने को मजबूर हैं. बच्चों ने टॉयलेट सीट पर कपड़ा ढक दिया और उसे रूम की तरह सेटल कर अपना ठिकाना बना लिया. टॉयलेट रूम में ही बच्चों ने टेबल और बेड लगा लिया.

कलेक्टर ने लिया बड़ा एक्शन

इस मामले को प्रमुखता से दिखाने के बाद जिला कलेक्टर ने बड़ा एक्शन लिया है. कलेक्टर ने एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय में पदस्थ प्रधान पाठक राम कीर्तन मरकाम को निलंबित कर दिया है.

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क्या बोले CM साय

इस मामले में जब विस्तार न्यूज की टीम ने CM विष्णु देव साय से सवाल किया तो मुख्यमंत्री ने जवाब दिया- ‘सब ठीक होगा, सब अच्छा होगा.’

बच्चों के लिए हॉस्टल में कमरा नहीं

एकलव्य छोटेडोंगर आवासीय विद्यालय की इस बदहाली की शिकायत आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने की थी.

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