राज्यसभा में नोटों की गड्डी पर बवाल, कांग्रेस-BJP के बीच बढ़ी तनातनी, अभिषेक मनु सिंघवी ने दी सफाई
Rajya Sabha Notes Controversy: राज्यसभा में शुक्रवार को एक नया विवाद सामने आया, जब कांग्रेस की बेंच से नोटों की गड्डियां मिलने का मामला उठ खड़ा हुआ. इस मामले ने राजनीतिक गलियारों में भी हलचल मचा दी है. सभापति जगदीप धनखड़ ने इस पूरे घटनाक्रम को बेहद गंभीर बताया और कहा कि जब तक इसकी जांच नहीं हो जाती, तब तक संबंधित व्यक्ति का नाम सार्वजनिक करना उचित नहीं होगा. रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह नोटों की गड्डियां कांग्रेस की बेंच से मिलने का दावा किया जा रहा था. हालांकि, बाद में यह खुलासा हुआ कि ये गड्डियां विपक्षी सांसद अभिषेक मनु सिंघवी की सीट से मिली थीं.
जेपी नड्डा ने साधा निशाना
इस मामले पर केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी और कहा कि इस मुद्दे पर जांच होनी चाहिए, ताकि यह साफ हो सके कि ऐसा क्यों और कैसे हुआ? नड्डा ने यह भी कहा कि विपक्षी नेता मल्लिकार्जुन खड़गे से यह उम्मीद थी कि वे इस मामले की जांच की मांग करेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. उन्होंने यह तंज कसा कि विपक्ष ने इस मामले पर गंभीरता से कोई रुख नहीं अपनाया.
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सिंघवी की सफाई
वहीं, विपक्षी नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी और कहा कि सभापति को इस मामले की जांच करनी चाहिए ताकि सच सामने आ सके. उनका कहना था कि यह मामला गंभीर है और इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए. वहीं अब अभिषेक मनु सिंघवी ने इस मामले को लेकर सफाई दी है. उन्होंने कहा कि मैं जब भी राज्यसभा जाता हूं तो 500 रुपए का एक नोट साथ लेकर जाता हूं. मैंने इसके बारे में पहली बार सुना. मैं 12:57 बजे सदन पहुंचा और सदन 1 बजे उठा, फिर मैं 1:30 बजे तक कैंटीन में बैठा और फिर संसद से चला गया.
अभी तक इसके बारे में कभी नहीं सुना। मैं जब भी राज्यसभा जाता हूं तो 500 रुपए का एक नोट साथ लेकर जाता हूं। मैंने इसके बारे में पहली बार सुना। मैं 12:57 बजे सदन पहुंचा और सदन 1 बजे उठा, फिर मैं 1:30 बजे तक कैंटीन में बैठा और फिर संसद से चला गया: कांग्रेस सांसद और अधिवक्ता अभिषेक मनु… https://t.co/2cinwWpS8f pic.twitter.com/O92zPhGgLm
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 6, 2024
यह पूरा घटनाक्रम न केवल राज्यसभा की कार्यवाही को प्रभावित कर रहा है, बल्कि कांग्रेस और सरकार के बीच तनातनी को भी बढ़ा रहा है. अब सभी की नजरें इस पर हैं कि क्या जांच के बाद मामले की सच्चाई सामने आ पाएगी और इस घटना के राजनीतिक प्रभाव क्या होंगे.