MP Assembly 2024: भोपाल में बिना हेलमेट वालों से 2 साल में वसूले पौने 13 करोड़ का जुर्माना, लाड़ली बहनों को 3 हजार रुपये देने का प्रस्ताव नहीं

MP News: भोपाल में साल 2022 से नवंबर 2024 तक भोपाल पुलिस ने ऑनलाइन समन शुल्क 4 करोड़, 30 लाख, 34 हजार, 500 और ऑफलाइन 8 करोड़, 47 लाख, 25 हजार, 904 रुपए वसूल किए
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एमपी विधानसभा (फोटो- सोशल मीडिया)

MP News: भोपाल में बिना हेलमेट पहन कर दो पहिया वाहन चलाने वालों से तीन साल में पौने 13 करोड़ रुपए बतौर जुर्माना वसूला है. वहीं ग्वालियर में भी साढ़े आठ करोड़ रुपए के जुर्माने की वसूली पुलिस ने की है. इस संबंध में कांग्रेस विधायक फूल सिंह बरैया ने विधानसभा में सवाल लगाया था. इस सवाल का मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने लिखित में जवाब दिया है.

4 साल में 4 लाख से ज्यादा चालान काटे गए

जवाब में बताया गया है कि भोपाल में साल 2020 से अब तक 4 लाख, 84 हजार से ज्यादा चालान पुलिस ने हेलमेट चैकिंग के दौरान बनाए हैं. मुख्यमंत्री ने बताया कि पुलिस महकमे ने हेलमेट चैकिंग के दौरान भोपाल में 4 लाख, 84 हजार, 973 चालान बनाएं. जिसमें से ऑनलाइन चालान 3 लाख, 79 हजार, 141 बनाए गए. इसी तरह ग्वालियर में 1 लाख, 82 हजार, 951 चालान बनाए गए. इनमें से 73 हजार, 634 ऑनलाइन चालान बनाए. वहीं दतिया में 66 हजार, 888 चालान बनाए गए. इनमें से 8 हजार, 281 चालान ऑनलाइन बनाए गए.

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ऑनलाइन समन से भी वसूला गया जुर्माना

मुख्यमंत्री ने इस सवाल के जवाब में यह भी बताया कि भोपाल में साल 2022 से नवंबर 2024 तक भोपाल पुलिस ने ऑनलाइन समन शुल्क 4 करोड़, 30 लाख, 34 हजार, 500 और ऑफलाइन 8 करोड़, 47 लाख, 25 हजार, 904 रुपए वसूल किए. इसी तरह ग्वालियर में ऑन लाइन समन शुल्क 41 लाख, 94 हजार, 50 और ऑफ लाइन 7 करोड़, 6 लाख, 7 हजार, 700 रुपए वसूल किए गए.

3 हजार देने का प्रस्ताव सरकार के पास विचाराधीन नहीं

मध्य प्रदेश सरकार के पास वर्तमान में बहनों को 3 हजार रुपये प्रति माह देने का कोई बजट प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है. कांग्रेस विधायक महेश परमार के सवाल का जवाब देते हुए महिला एवं बाल विकास मंत्री निर्मला भूरिया ने बताया कि बहनों को दी जा रही 1250 रुपये की राशि बढ़ाकर 3 हजार रुपये करने का कोई प्रस्ताव फिलहाल सरकार के पास नहीं है. साथ ही, उन्होंने यह भी बताया कि प्रदेश में वंचित लाड़ली बहनों के नए पंजीकरण को लेकर कोई योजना नहीं है और अनुपूरक बजट में नई बहनों को जोड़ने की कोई योजना भी नहीं है.

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