घर में टूटा दुखों का पहाड़, फिर भी गाबा में ‘आकाश’ जैसे डटा रहा ये खिलाड़ी, बचाई टीम इंडिया की लाज

यह वह वक्त था जब टीम इंडिया को आकाशदीप और बुमराह की बेहतरीन साझेदारी की जरूरत थी. दोनों खिलाड़ियों ने संयम और साहस का परिचय दिया. आकाशदीप ने अपनी बल्लेबाजी से न सिर्फ टीम को संकट से बाहर निकाला, बल्कि एक अहम चौका मारकर फॉलोऑन से बचने में भारत की मदद की.
Akash deep

क्रिकेटर आकाशदीप के बड़े पापा का निधन

India vs Australia: क्रिकेट के मैदान पर हार और जीत की सीमा सिर्फ आंकड़ों से नहीं तय होती, बल्कि खिलाड़ी की मानसिक मजबूती और कर्तव्य भावना से भी यह तय होती है. कुछ इसी तरह की अद्वितीय मिसाल पेश की बिहार के युवा क्रिकेटर आकाशदीप (Akash Deep)ने. उन्होंने अपनी निजी मुश्किलों को दरकिनार कर टीम इंडिया की लाज बचाई. जब ऑस्ट्रेलिया के सामने टीम इंडिया को संकट का सामना था, आकाशदीप ने मैदान पर अपने साहस और समर्पण से सबको चौंका दिया.

मृत्यु की खबर के बावजूद मैदान पर डटे रहे आकाशदीप

11 दिसंबर 2024 को मोक्षदा एकादशी के दिन आकाशदीप के बड़े पापा भैरोंदयाल सिंह का निधन हो गया. परिवार में शोक का माहौल था, और इस कठिन घड़ी में आकाशदीप के सामने दोहरी जिम्मेदारी थी – एक तरफ अपने परिवार को संभालना और दूसरी तरफ देश की उम्मीदों का भार उठाना. लेकिन उन्होंने यह साबित कर दिया कि कर्तव्य से बढ़कर कुछ नहीं होता.

गाबा में भारत की मुश्किल स्थिति

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच गाबा ब्रिस्बेन में खेले जा रहे टेस्ट मैच में भारत बेहद कठिन स्थिति में था. टीम के बड़े-बड़े बल्लेबाज जैसे विराट कोहली, शुभमन गिल, ऋषभ पंत और कप्तान रोहित शर्मा फ्लॉप हो गए थे. भारत की टीम 9 विकेट गंवाकर मुश्किल में फंसी थी और फॉलोऑन से बचने के लिए 33 रनों की आवश्यकता थी. इसी समय आकाशदीप क्रीज पर उतरे, साथ में थे जसप्रीत बुमराह.

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संयम और साहस से संकट से उबरे

यह वह वक्त था जब टीम इंडिया को आकाशदीप और बुमराह की बेहतरीन साझेदारी की जरूरत थी. दोनों खिलाड़ियों ने संयम और साहस का परिचय दिया. आकाशदीप ने अपनी बल्लेबाजी से न सिर्फ टीम को संकट से बाहर निकाला, बल्कि एक अहम चौका मारकर फॉलोऑन से बचने में भारत की मदद की. उनके द्वारा खेली गई 47 रनों की साझेदारी ने ना सिर्फ मैच का रुख बदला, बल्कि ड्रेसिंग रूम में उत्साह का माहौल बना दिया.

आकाशदीप का प्रदर्शन

आकाशदीप का यह प्रदर्शन केवल मैच को बचाने तक सीमित नहीं रहा. इसने भारत के विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के सपनों को भी जीवित रखा. आकाशदीप ने बता दिया है कि भारतीय पुछल्ले बल्लेबाज भी बड़े मौके पर शानदार प्रदर्शन कर सकते हैं. आकाशदीप ने अपनी निजी पीड़ा को मैदान पर हावी होने नहीं दिया, और यह साबित कर दिया कि खेल में मानसिक ताकत और प्रतिबद्धता से बड़ी कोई चीज नहीं होती.

हो रही है आकाशदीप की प्रशंसा

आकाशदीप और बुमराह की इस जोड़ी को मैच के बाद क्रिकेट जगत से प्रशंसा मिली है. विराट कोहली, रोहित शर्मा और गौतम गंभीर जैसे दिग्गज खिलाड़ियों ने इस जोड़ी के जुझारू रवैये की सराहना की.

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