‘मैं अविवाहित हूं, लेकिन कुंवारा नहीं’…ग्वालियर में ‘राजकुमारी’ पर दिल हार बैठे थे Atal Bihari Vajpayee, पढ़िए अनकही प्रेम कहानी
Atal Bihari Vajpayee: ‘मैं अविवाहित हूं, लेकिन कुंवारा नहीं’… यह जवाब देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने उस वक्त दिया था, जब उनसे शादी को लेकर एक सवाल पूछा गया था. भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी से जुड़े कई किस्से हैं, जिनकी हमेशा चर्चाएं होती रहती हैं. अटल बिहारी ने शादी नहीं की, लेकिन वरिष्ठ पत्रकार कुलदीप नैयर की किताब में उनकी प्रेम कहानी का जिक्र मिलता है. इसमें बताया गया है कि अटल ग्वालियर के विक्टोरिया कॉलेज में राजकुमारी कौल को अपना दिल दे बैठे थे. पढ़िए उनकी अनकही प्रेम कहानी-
अटल बिहारी वाजेपयी की अनकही प्रेम कहानी
वरिष्ठ पत्रकार कुलदीप नैयर ने अपनी किताब पर अटल बिहारी वापजेयी की प्रेम कहानी का जिक्र किया है. किस्सा मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिला स्थित विक्टोरिया कॉलेज का है. इस कॉलेज में पढ़ाई के दौरान अटल बिहारी वापजेयी की मुलाकात राजकुमारी कौल से हुई. दोनों के बीच दोस्ती हुई और दोस्ती बढ़ते-बढ़ते प्रेम में बदल गई. अटल जी ने अपने प्यार का इजहार करने के लिए राजकुमारी कौल को एक प्रेम पत्र लिखा. उन्होंने लव लेटर को किताब में रखकर दिया.
अटल बिहारी ने बनाया शादी नहीं करने का विचार
राजकुमारी कौल ने अटल बिहारी वाजपेयी के इस पत्र का जवाब नहीं दिया. उन्होंने कई सालों तक अपने पत्र के जवाब का इंतजार किया, लेकिन यह इंतजार कभी खत्म नहीं हुआ. इस बीच राजकुमारी कौल ने फेसर ब्रिज नारायण कौल से शादी कर ली, जिसके बाद अटल जी ने शादी नहीं करने का मन बना लिया.
अटल जी से शादी करना चाहती थीं कौल
जब भी अटल बिहारी वाजपेयी और राजकुमारी कौल की प्रेम कहानी की बात होती है तो कई जगहों पर जिक्र मिलता है कि राजकुमारी कौल अटल से शादी करना चाहती थीं लेकिन उनके घर वाले तैयार नहीं हुए थे.
दोस्ती रही बरकरार
राजकुमारी कौल की शादी के बाद भी अटल जी से उनकी दोस्ती बरकरार रही. वह अपने पति के साथ भी अटल जी से मिलने जाया करती थीं. 2014 में राजकुमारी कौल के निधन के बाद अटल जी ने मिसेज कौल की दोनों बेटियों नमिता और नम्रता के एडॉप्ट कर लिया था.
ग्वालियर में हुआ था अटल का जन्म
अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले के एक निम्न मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था. उनकी शुरुआती पढ़ाई-लिखाई ग्वालियर के विक्टोरिया कॉलेज और कानपुर के डीएवी कॉलेज में हुई. उन्होंने राजनीतिक विज्ञान में MA करने के बाद पत्रकारिता में करियर की शुरुआत की. बतौर पत्रकार राष्ट्र धर्म, पांचजन्य और वीर अर्जुन का संपादन किया.