7 दिनों में ही फीका पड़ा ओलंपिक मेडल, भारतीय खिलाड़ियों ने IOA से की शिकायत

भारतीय खिलाड़ियों का कहना है कि इस मामले को गंभीरता से लिया जाए, ताकि भविष्य में ओलंपिक मेडल की गुणवत्ता पर कोई सवाल न उठे. भारतीय ओलंपिक संघ ने पहले ही अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक संघ से इस मुद्दे पर शिकायत करने का फैसला लिया है, ताकि ओलंपिक मेडल की गुणवत्ता बनाए रखी जा सके.
Olympic Medal

ओलंपिक मेडल के साथ खिलाड़ी

Olympic Medal: ओलंपिक मेडल किसी भी खिलाड़ी के लिए सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक होता है. इसके लिए खिलाड़ियों को वर्षों तक कठिन परिश्रम करना पड़ता है, ताकि वे एक ओलंपिक पदक जीत सकें. भारतीय निशानेबाजों के लिए पेरिस ओलंपिक में जीते गए मेडल का महत्व बहुत बड़ा था, लेकिन अब कुछ खिलाड़ियों ने इस मेडल के रंग में बदलाव की शिकायत की है.

निशानेबाजों की शिकायत

पेरिस ओलंपिक में मेडल जीतने वाले भारतीय निशानेबाज स्वप्निल कुसाले, सरबजोत सिंह और मनु भाकर ने कहा कि उनके मेडल का रंग कुछ ही दिनों में फीका पड़ गया. स्वप्निल कुसाले ने कहा, “मेडल जीतने के सात दिन के भीतर ही मेरे ब्रॉन्ज मेडल का रंग उतर गया.” सरबजोत सिंह ने भी यही अनुभव साझा किया और कहा, “मैंने कुछ दिनों बाद अपने पदक का रंग उड़ते हुए देखा. इस मुद्दे को लेकर हमने अधिकारियों से संपर्क किया है.” उनका मानना है कि ओलंपिक मेडल का रंग युवाओं और अन्य खिलाड़ियों को प्रेरित करता है, और इसे खराब नहीं होना चाहिए.

भारतीय ओलंपिक संघ की प्रतिक्रिया

इस मुद्दे को लेकर भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) ने यह तय किया है कि वह इस शिकायत को अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक संघ (IOC) तक पहुंचाएगा. यह एक गंभीर मामला बन गया है, क्योंकि ओलंपिक मेडल का सम्मान और उसकी गुणवत्ता पूरी खेल बिरादरी से जुड़ी हुई है.

हॉकी खिलाड़ी के पिता की प्रतिक्रिया

हॉकी कांस्य पदक विजेता हार्दिक सिंह के पिता, वरिंदर पाल सिंह ने भी इस मामले पर अपनी चिंता जताई. उन्होंने कहा, “मेरे पिता ने मॉस्को ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीता था, वो आज भी चमकता है, लेकिन हार्दिक का पेरिस ओलंपिक कांस्य पदक फीका पड़ चुका है.” उनका मानना है कि इस तरह की स्थिति से खेल की गरिमा को ठेस पहुंचती है.

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IOC से अपील

भारतीय खिलाड़ियों का कहना है कि इस मामले को गंभीरता से लिया जाए, ताकि भविष्य में ओलंपिक मेडल की गुणवत्ता पर कोई सवाल न उठे. भारतीय ओलंपिक संघ ने पहले ही अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक संघ से इस मुद्दे पर शिकायत करने का फैसला लिया है, ताकि ओलंपिक मेडल की गुणवत्ता बनाए रखी जा सके.

इस मुद्दे ने यह साबित कर दिया है कि ओलंपिक पदक केवल एक पुरस्कार नहीं, बल्कि एक खिलाड़ी की मेहनत और संघर्ष का प्रतीक होता है, और इसकी गुणवत्ता का ध्यान रखना बेहद जरूरी है.

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