सौरभ शर्मा केस: ED ने महाराष्ट्र और एमपी के 3 शहरों में छापेमारी की, 9.9 किलो चांदी और 12 लाख कैश जब्त किया

MP News: PMLA एक्ट 2002 के तहत मध्य प्रदेश के भोपाल और ग्वालियर, महाराष्ट्र के पुणे में छापेमारी की गई. करप्शन केस में ये कार्रवाई की गई
bhopal_ed_raid

सौरभ शर्मा केस

MP News: RTO के पूर्व कॉन्सटेबल सौरभ शर्मा मामले में दो राज्यों के तीन शहरों में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने छापेमारी की. सौरभ शर्मा के रिश्तेदारों के ठिकाने पर ये छापेमारी की. भोपाल, ग्वालियर और पुणे में की गई कार्रवाई में 12 लाख रुपये कैश जब्त किया गया. इसके साथ ही 9.9 किलो चांदी भी बरामद की जिसकी कीमत 9.17 लाख रुपये बताई जा रही है. इसके अलावा डिजिटल डिवाइस भी जब्त किए गए हैं.

PMLA एक्ट के तहत की गई कार्रवाई

ED ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट करके जानकारी दी कि 17 जनवरी को PMLA एक्ट 2002 के तहत मध्य प्रदेश के भोपाल और ग्वालियर, महाराष्ट्र के पुणे में छापेमारी की गई. करप्शन केस में ये कार्रवाई की गई. इस कार्रवाई में 12 लाख रुपये कैश जब्त किया. इसके साथ ही 9.9 किलो चांदी भी बरामद की जिसकी कीमत 9.17 लाख रुपये बताई जा रही है. इसके अलावा डिजिटल डिवाइस भी जब्त किए गए हैं. वहीं खातों में रखे 30 लाख रुपये फ्रीज कर दिए गए.

ये भी पढ़ें: सीएम मोहन यादव ने आयुर्वेद मेले का किया शुभारंभ, बोले- आयुष डॉक्टर अब 62 की जगह 65 की उम्र में रिटायर होंगे

अनुकंपा नियुक्ति में छिपाई थी जानकारी

सौरभ शर्मा को अनुकंपा नियुक्ति के जरिए RTO के आरक्षक की पोस्ट मिली थी. कुछ दिनों पहले नियुक्ति पत्र सामने आया था जिसमें उसने अपने बड़े भाई का जिक्र नहीं किया था. इस पत्र में मां का नाम लिखा था. इसमें मां उमा शर्मा की सहमति के साथ हस्ताक्षर भी थे.

सौरभ शर्मा ने सरकार से मांगी थी सुरक्षा

सौरभ शर्मा ने मध्य प्रदेश सरकार को पत्र लिखा है. इस पत्र में सौरभ ने लिखा है कि उसे, उसकी पत्नी, मां और बच्चों को जान की सुरक्षा को गारंटी मिलती है तो वह जांच एजेंसियों के सामने आकर हर जांच में सहयोग करते हुए बड़ा खुलासा करेगा.

ये भी पढ़ें: वायरल गर्ल मोनालिसा की खूबसूरती बनी मुसीबत, छोड़ना पड़ा महाकुंभ, जानें क्या है मामला

234 किलो चांदी और 8 करोड़ रुपये कैश मिला था

19 दिसंबर को लोकायुक्त ने सौरभ शर्मा के भोपाल स्थित घर पर छापेमारी की थी. यहां से 234 किलो चांदी और 8 करोड़ रुपये कैश की बरामदगी की गई थी. इसके कुछ दिन बाद IT की सर्चिंग ऑपरेशन के दौरान भोपाल के मेंडोरी के जंगल से एक लावारिस कार मिली. इस कार से 54 किलो सोना बरामद हुआ था. ये कार ग्वालियर RTO में रजिस्टर्ड है. जिसका मालिक सौरभ का दोस्त चेतन गौर निकला था.

इसी कार से एक डायरी मिली थी. इसमें 100 करोड़ रुपये के लेन-देन का ब्यौरा था. प्रदेश के 52 जिलों में RTO अधिकारियों के पैसे देने का जिक्र मिला था. ED ने सौरभ पर मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया है.

ज़रूर पढ़ें