17 साल बाद भारत के शिकंजे में आतंकी Tahawwur Rana, अब पाकिस्तान छुड़ा रहा पीछा, आया रिएक्शन

Tahawwur Rana Extradition: जब से तहव्वुर राणा के प्रत्यार्पण की खबरें सामने आई थी तब से पाकिस्तान ने कोई रिएक्शन नहीं दिया था. मगर राणा के भारत आते ही पकिस्तान का इस मामले पर पहला रिएक्शन सामने आया है. आज पाकिस्तान ने राणा को लेकर अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है.
Tahawwur Rana

तहव्वुर राणा

Tahawwur Rana Extradition: 26/11 मुंबई आतंकी हमले के आरोपी तहव्वुर राणा को आज अमेरिका से भारत लाया गया है. भारत ने राणा को अमेरिका से प्रत्यर्पित कर स्पेशल फ्लाइट से लाया है. जब से राणा के प्रत्यार्पण की खबरें सामने आई थी तब से पाकिस्तान ने कोई रिएक्शन नहीं दिया था. मगर राणा के भारत आते ही पकिस्तान का इस मामले पर पहला रिएक्शन सामने आया है. आज पाकिस्तान ने राणा को लेकर अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है.

राणा कनाडा का नागरिक- पकिस्तान

पाकिस्तान ने तहव्वुर राणा के मामले में दूरी बना ली है. पकिस्तान के विदेश मंत्रालय द्वारा जारी बयान में कहा है कि तहव्वुर राणा ने बीते दो दशक में अपने पाकिस्तानी दस्तावेजों को रिन्यू नहीं किया है. वह स्पष्ट रूप से कनाडा का नागरिक है.

राणा आज जैसे ही भारत पहुंचा वैसे ही NIA की टीम आधिकारिक रूप से राणा को हिरासत में ले लिया. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को भी हाई अलर्ट कर दिया गया है. साथ ही SWAT कमांडोज को भी एयरपोर्ट पर तैनात किया गया है. इसके साथ ही एयरपोर्ट के बाहर सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्सेज (CAPF) की सिक्योरिटी विंग और स्थानीय पुलिस की तैनाती है.

सुरक्षा के कड़े इंतजाम

भारत पहुंचते ही तहव्वुर राणा सीधे NIA के हेडक्वाटर लाया जाएगा. एनआईए दफ्तर और उसके आसपास हाई लेवल सिक्योरिटी है. राणा को पटियाला हाउस कोर्ट में भी पेश किया जाएगा. सुरक्षा कारणों से उसे वर्चुअली ही एनआईए जज के समक्ष पेश करेगी. पेशी से पहले उसका मेडिकल टेस्ट किया जाएगा. तहव्वुर राणा को दिल्ली की तिहाड़ जेल के हाई-सिक्योरिटी वॉर्ड में रखा जाएगा. जेल प्रशासन ने सुरक्षा के विशेष बंदोबस्त किए हैं.

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कौन है तहव्वुर राणा?

तहव्वुर राणा को 2009 में FBI ने गिरफ्तार किया था. राणा को अमेरिका में लश्कर-ए-तैयबा का समर्थन करने के लिए दोषी ठहराया गया था. अब तक वह लॉस एंजिल्स के एक डिटेंशन सेंटर में बंद था.

26 नवंबर 2008 को मुंबई में आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकियों ने हमले किए. ये हमले चार दिनों तक चले. इन हमलों में कुल 175 लोग मारे गए, जिनमें 9 हमलावर भी शामिल थे और 300 से अधिक लोग घायल हुए.

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