MP News: कमरे की लड़ाई सड़क पर आई, रोड के किनारे ऑफिस लगाने मजबूर प्रोफेसर, जानें पूरा मामला
MP News: सागर के केंद्रीय विश्वविद्यालय में दो प्रोफेसरों के बीच ऑफिस के लिए कमरे को लेकर खींचतान अब सड़क पर आ गई है. मानव शास्त्र विभाग के एचओडी और प्रोफेसर केकेएन शर्मा की नाराजगी तो इतनी बढ़ गई कि प्रोफेसर साहब ने विभाग की बिल्डिंग के बाहर ही कुर्सी टेबल लगाकर अपना कामकाज शुरू कर दिया है. करोड़ों की लागत से बने विश्विद्यालय के प्रोफेसर का सड़क पर बैठ जाना विश्विद्यालय की प्रतिष्ठा पर प्रश्न खड़े कर रहा है.
कमरा न मिलने से नाराज हैं प्रोफेसर
जब प्रोफेसर केकेएन शर्मा से उनकी नाराजगी का कारण पूछा गया तो उनका कहना है कि विश्वविद्यालय प्रशासन उनकी बात सुनने को तैयार नहीं है. न ही प्रशासन कोई कार्रवाई कर रहा है. ये तो मेरे साथ नाइंसाफी है. उनका कहना है कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने अगर मुझे एचओडी कक्ष आवंटित नहीं किया तो मैं यूं ही सड़क पर ऑफिस संचालित करता रहूंगा.
आपको बतां दें कि प्रोफेसर शर्मा ने अपने साथी प्रोफेसर पर एचओडी को आवंटित कक्ष पर कब्जा करने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि उन्होनें साथी प्रोफेसर के बारे में विश्वविद्यालय से लेकर पुलिस प्रशासन तक शिकायत की हैं. उनका आरोप है कि न ही विश्वविद्यालय प्रशासन कोई कार्रवाई कर रहा है न ही पुलिस भी कोई शिकायत सुन रही है.
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क्या है पूरा मामला
दरअसल प्रोफेसर केकेएन शर्मा सागर के हरिसिंहगौर विश्वविद्यालय में मानव शास्त्र विभाग के अध्यक्ष (HOD) हैं. लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से उन्हें एचोओडी को आवंटित कक्ष में अपना कार्यालय चलाने की अनुमति नहीं मिली है और न ही उन्हें कमरा आवंटित किया गया है. दरअसल उन्होंने अपने साथी प्रोफेसर राजेश गौतम पर एचओडी के कक्ष पर कब्जा करने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि प्रोफेसर शर्मा ने जबरन विभागध्यक्ष के कक्ष पर कब्जा कर रखा है. जिसको लेकर वो विश्वविद्यालय प्रशासन से लेकर पुलिस तक शिकायत कर चुके हैं.
इसके बाद भी कार्रवाई न होने पर प्रोफेसर शर्मा ने अपना कार्यालय सड़क पर टेबल कुर्सी रखकर चलाना शुरू कर दिया है. उनका कहना है कि जब तक उन्हें कक्ष आवंटित नहीं हो जाता…वो सड़क पर ही ऑफिस चलाते रहेंगे. हालांकि इतने बड़े और प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय के प्रोफेसर का यूं एक कमरे के लिए सड़क पर बैठ जाना विश्वविद्यालय की शाख पर बट्टा लगाने से कम नहीं है.