भारतमाला प्रोजेक्ट में गड़बड़ी पर बड़ा एक्शन, 4 अधिकारियों के गिरफ्तार होने की जानकारी
फाइल इमेज
CG News: रायपुर से विशाखापट्टनम के बीच भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत बनाए जा रहे एक्स्प्रेसवे में गड़बड़ी के मामले में बड़ी कार्रवाई की गई है. शुक्रवार को 20 ठिकानों पर रेड के बाद शनिवार को 4 लोगों की गिरफ्तारी की जानकारी सामने आई है. सूत्रों के मुताबिक EOW की टीम ने इस केस में 4 लोगों को गिरफ्तार किया है.
4 लोगों की गिरफ्तारी-सूत्र
सूत्रों के मुताबिक भारतमाला प्रोजेक्ट में गड़बड़ी पर EOW ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है.
20 ठिकानों पर ACB-EOW की रेड
एक दिन पहले ही शुक्रवार को भारतमाला प्रोजेक्ट गड़बड़ी मामले में ACB-EOW की टीम ने अगल-अलग जिलों मे 20 ठिकानों पर रेड मारी थी. रायपुर, महासमुंद, दुर्ग, बिलासपुर, कटघोरा, कांकेर, अभनपुर और माना स्थित ठिकानों पर यह छापा मारा गया था. यह कार्रवाई SDM, तहसीलदार, RI और पटवारी सहित जमीन दलालों के ठिकानों पर हुई थी.
भारत माला प्रोजेक्ट में 300 करोड़ का घोटाला
रायपुर से विशाखापट्टनम के बीच बन रहे एक्सप्रेस वे को रसूखदार और अधिकारियों ने मोटी कमाई और भ्रष्टाचार का एक्सप्रेस वे बना दिया. भारत सरकार की भारत माला परियोजना के तहत रायपुर से विशाखापट्टनम के बीच एक्सप्रेस वे बनाया जाना है. छत्तीसगढ़ से विशाखापट्टनम की दूरी करीब 546 किलोमीटर है. कॉरिडोर बन जाने से यह दूरी घटकर 463 किमी हो जाएगी. यानी रायपुर से विशाखापट्टनम की दूरी 83 किमी कम हो जाएगी. लेकिन इसी एक्सप्रेस वे के लिए जमीनों का अधिग्रहण करने में कुछ सरकारी अधिकारियों ने 326 करोड़ का घोटाला कर दिया.
जानिए कैसे हुआ ‘मुआवजे का महाघोटाला’
रायपुर के अभनपुर ब्लॉक में इस घोटाले को अंजाम दिया गया है. जानकारी के मुताबिक एकड़ के जमीनों को 500 से 1 हजार वर्ग मीटर में काटा गया. वहीं, 32 प्लॉट को काटकर 142 प्लॉट बनाया गया. 32 प्लॉट का मुआवजा 35 करोड़ बन रहा था, लेकिन छोटे टुकड़े काटने के बाद ये मुआवजा 326 करोड़ हो गया और भुगतान 248 करोड़ रुपए का हो गया. इसमें 78 करोड़ का क्लेम बाकी था, जिसके बाद भंडाफोड़ हुआ. इसमें छोटे उरला, बड़े उरला, नायक बांधा गांव के किसानों की जमीन में गोल माल हुआ है.