Bhopal: इंडीमूंस आर्ट फेस्टिवल, सुरमई शाम में डूबे म्यूजिक लवर, रविंद्र भवन में कलाकारों की प्रस्तुति से मंत्रमुग्ध हुए लोग

भोपाल में दो दिवसीय प्रतियोगिता इंडीमूंस आर्ट फेस्टिवल में पहली शाम यूफोनी बैंड्स के नाम रही. सभागार में पूरे दो घंटे संगीत की स्वर लहरियां गूंजती रहीं और श्रोता भाव विभोर हो सिर हिलाते रहे और संगीत की सुरमई शाम में लोग डूबते-तैरते रहे.
Indiemoons Art Festival begins.

इंडीमूंस आर्ट फेस्टिवल का आगाज.

Bhopal: भोपाल में दो दिवसीय प्रतियोगिता इंडीमूंस आर्ट फेस्टिवल में पहली शाम यूफोनी बैंड्स के नाम रही. सभागार में पूरे दो घंटे संगीत की स्वर लहरियां गूंजती रहीं और श्रोता भाव विभोर हो सिर हिलाते रहे और संगीत की सुरमई शाम में लोग डूबते-तैरते रहे. यूफोनी के कलाकार अपने उस्ताद सनीश नायर के साथ जब मंच पर आए तो उत्साही श्रोताओं ने खड़े होकर करतल ध्वनि से उनका स्वागत किया.

बॉलीवुड गानों की प्रस्तुति से मंत्रमुग्ध हुए लोग

रात लगभग 9 बजे रविन्द्र भवन के हंसध्वनि सभागार में शुरू हुआ बैंड का यह परफॉर्मेंस पूरे दो घंटे चला. संगीत की इस रोमांचक यात्रा के दौरान 20 से 25 बॉलीवुड गीतों की धारा बहती रही. मंत्र मुग्ध श्रोता सनीश नायर और उनके साथी कलाकारों और सागिदों का लगातार उत्साह बढ़ाते रहे.
इस दौरान झूम झूम, झलक दिखला जा, चल छैंया छैंया, तू पहला-पहला प्यार है मेरा, चैन एक पल नहीं सोनियो, केसरीया, गुलाबी आखें, पहले भी मैैं और खोया खोया चांद जैसे लोकप्रिय नग्मों को पेश किया गया.

वहीं खोया खोया चांद को इंग्लिश रैप, ‘मान मेरी जान’ में ‘मैं चली मैं चली खुलकर जीने जिंदगी’, गोति लो में छलिया और ‘झूम झूम’ में ‘वन लव’ को इन्फ्यूज किया. इसके अलावा बैंड ने कलंक का इंस्ट्रूमेंटल और साथ ही फ्लूट पर हीरो थीम भी बजाया. बाकी यूफोनी अपने परफॉर्मेंस को ऑडियंस रिएक्शन के अनुसार पेश किया. बैंड ने इस पूरे समय माहौल को बनाए रखा और अपने परफॉर्मेंस से श्रोताओं को बांधकर रखा. केके को ट्रिब्यूट करते हुए उन्होंने अपने दोस्ती को डिफाइन करने के लिए ‘ दिल चाहता है’ और ‘यारों दोस्ती’ का काम्बो भी सुनाया. इस परफॉर्मेंस में यूफनी ने ज्यादातर हिंदी और बॉलीवुड के गाने गए.

भोपाल में पहली बार ‘बैटल ऑफ बैंड्स’ की प्रतियोगिता

इंडी मून आर्ट फेस्टिवल के के प्रतिष्ठा आयोजन में यूफोनी बैंड की प्रस्तुति से पहले ‘ओपन माइक ‘ के तहत संगीत की महफिल सजाई गयी. भोपाल में पहली बार ‘बैटल ऑफ बैंड्स’ प्रतियोगिता हुई. संगीत के इस महासमर कंपटीशन में भोपाल के सात योद्धा बैंड्स ने भाग लिया. संगीत की इस रोमांचक प्रतिस्पर्धा में सात में से चार विजेता बैंड्स को चुना गया. संगीत के ये चार सूरमा रविवार की शाम फाइनल प्रतियोगिता में भाग लेंगे उसमें से पहले से चौथे स्थान पर आने वाले बैंड्स का चयन किया जाएगा. चारों विजेताओं को क्रमशः 50000 (पहला) ,25000 (दूसरा) ,10000 (तीसरा)और 5000 (चौथा) की नगद राशि पुरस्कार स्वरूप प्रदान की जाएगी.

इस प्रतिष्ठा आयोजन निर्णायक गणों में शहर के तीन जाने माने और प्रतिष्ठित संगीतकार उमेश तरकसवार, मधु चौधरी और राजेश भट्ट शामिल हैं.

पहलगाम में शहीदों की याद में 2 मिनट का मौन रखा

बैंड में सनीश नायर बतौर लीड (सिंगर और एकॉस्टिक गिटारिस्ट) रहे. इसके अलावा रूपेश (लीड गिटारिस्ट) , जोशुआ (बेस गिटारिस्ट), आदित्य (वायलिन और बैकिंग वोकल्स) ओमकार (ड्रम) गौरव, (बीटबॉक्सर) और कीबोर्ड पर सिद्धार्थ ने साथ निभाया.

इससे पहले एसीएस श्री नीरज मंडलोई, अजय अदनानी और प्रेस्टीज कॉलेज की प्रिंसिपल रेणु यादव ने दीप प्रज्वलित कर आयोजन का शुभारंभ किया. उसके बाद वेलकम के पहलगाम के शहीदों की याद में ओम का मुहूर्त दो मिनट का मौन रख श्रद्धा सुमन अर्पित किए.

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