गुना में बंधुआ मजदूरी, 16 लेबर्स का रेस्क्यू किया गया; कमजोरी के कारण चल भी नहीं पा रहे थे
पुलिस ने रेस्क्यू करके 16 बंधुआ मजदूरों को छुड़ाया है.
Guna Bonded Labor: मध्य प्रदेश के गुना में बंधुआ मजदूरी का मामला सामने आया है. चांचौड़ा ब्लॉक के कुछ गांव में बंधुआ मजदूर की प्रथा चल रही है. यहां छापेमारी करके 16 मजदूरों को रेस्क्यू किया गया है. साथ ही मामले में 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. आरोपियों के चंगुल से छूटे मजदूरों ने बताया कि दिहाड़ी के नाम पर सिर्फ खाना दिया जाता था और मारपीट की जाती थी. रेस्क्यू कर निकाले गए कुछ मजदूर तक ठीक से चल तक नहीं पा रहे थे.
बंधुआ मजदूरों में शिक्षक भी शामिल थे
गुना में अमानवीय परिस्थिति में रखे गए 16 बंधुआ मजदूरों को पुलिस ने मुक्त करवाया. इन मजदूरों को होटल, ढाबे और खेतों में बंधक बनाकर मजदूरी करवाई जा रही थी. बंधुआ मजदूरों में टीचर भी शामिल हैं. SP अंकित सोनी ने बताया, ‘हमको जानकारी मिली थी कि चांचौड़ा ब्लॉक के कुछ गांव में बंधुआ मजदूरी की प्रथा चल रही है. जिसके बाद पुलिस और प्रशासन ने मिलकर 5 टीमें गठित थी. जिसके बाद 16 मजदूरों को रेस्क्यू करके छुड़ाया गया. इनमें गुजरात, बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश और उड़ीसा के मजदूर शामिल हैं. मामले में 12 लोग आरोपी हैं. जिनमें 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.’
अमानवीय परिस्थिति में करवाई जा रही थी मजदूरी
बंधुआ मजदूरों को खेतों, ईंट भट्टों और ढाबों से रेस्क्यू किया गया है. इन मजदूरों को दिहाड़ी के नाम पर सिर्फ खाना दिया जाता था. इनके शरीर पर फटे कपड़े थे, आंखों में दर्द और थकान थी. कुछ तो ठीक से चल भी नहीं पा रहे थे. सभी लोगों को अमानवीय स्थिति में रखा गया था.