नौकरी बदली, लेकिन PF ट्रांसफर नहीं किया? हो सकता है बड़ा नुकसान! यहां जानें आसान तरीका

पुराने और नए अकाउंट का पैसा एक साथ जमा होने से चक्रवृद्धि ब्याज का फायदा मिलता है. आपका फंड तेजी से बढ़ता है. वहीं, पुरानी नौकरी की सर्विस ट्रांसफर होने से आप पेंशन के लिए योग्य रहते हैं. खास बात यह कि सारा पैसा एक अकाउंट में होने से ट्रैक करना और निकालना आसान होता है.
EPF Transfer

प्रतीकात्मक तस्वीर

EPF Transfer: क्या आपने हाल ही में नौकरी बदली है? नई कंपनी, नया माहौल, लेकिन रुकिए…क्या आपने अपने पुराने कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) अकाउंट को नई कंपनी में ट्रांसफर किया? अगर नहीं, तो आपकी मेहनत की कमाई पर भारी नुकसान हो सकता है. जी हां, नियम यही कहता है. EPF ट्रांसफर क्यों जरूरी है और इसे कैसे करें? आइए सबकुछ विस्तार से समझते हैं.

EPF क्या है और क्यों है खास?

EPF यानी कर्मचारी भविष्य निधि, प्राइवेट सेक्टर के कर्मचारियों के लिए एक शानदार सेविंग स्कीम है. इसमें आपकी सैलरी का एक हिस्सा और इतना ही आपकी कंपनी हर महीने जमा करती है. यह आमतौर पर 12 फीसदी के करीब होता है. इस पैसे पर आपको अच्छा ब्याज मिलता है, जैसे कि 2024-25 में 8.25 फीसदी. साथ ही, इसमें टैक्स छूट भी मिलती है. यानी, ये आपके रिटायरमेंट के लिए एक मोटी रकम तैयार करता है. लेकिन अगर आप नौकरी बदलते हैं और पुराना EPF अकाउंट ट्रांसफर नहीं करते, तो ये फायदे अधूरे रह सकते हैं.

पुराना EPF ट्रांसफर न करें तो क्या होगा?

जब आप नौकरी बदलते हैं, तो आपका EPF अकाउंट अपने आप नई कंपनी में नहीं जाता. आपका Universal Account Number (UAN) वही रहता है, लेकिन पुराने अकाउंट में पैसा पड़ा रहता है. अगर आप इसे ट्रांसफर नहीं करते, तो EPFO के नियम के मुताबिक, अगर अकाउंट में 36 महीने तक कोई नया योगदान नहीं होता, तो वह ‘निष्क्रिय’ हो जाता है. इसके बाद ब्याज मिलना बंद हो जाता है.

मान लीजिए, आपके पुराने अकाउंट में 5 लाख रुपये हैं. अगर आप ट्रांसफर नहीं करते, तो 3 साल बाद ब्याज रुक जाएगा, और आपकी रकम बढ़ना बंद हो जाएगी. वहीं, अगर पुराने अकाउंट में KYC (बैंक, आधार, PAN) अपडेट नहीं है, तो पैसे निकालना मुश्किल हो सकता है.

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EPF ट्रांसफर क्यों जरूरी?

पुराने और नए अकाउंट का पैसा एक साथ जमा होने से चक्रवृद्धि ब्याज का फायदा मिलता है. आपका फंड तेजी से बढ़ता है. वहीं, पुरानी नौकरी की सर्विस ट्रांसफर होने से आप पेंशन के लिए योग्य रहते हैं. खास बात यह कि सारा पैसा एक अकाउंट में होने से ट्रैक करना और निकालना आसान होता है.

EPF ट्रांसफर कैसे करें?

  • EPF ट्रांसफर करना अब ऑनलाइन और आसान है.
  • सुनिश्चित करें कि आपका UAN एक्टिव है और आधार, PAN, बैंक डिटेल्स लिंक हैं.
  • अब सबसे पहले EPFO Member Portal पर लॉगिन करें.
  • इसके बाद ‘Online Services’ में जाकर ‘One Member One EPF Account’ ऑप्शन चुनें और पुराने अकाउंट को नए में ट्रांसफर करने की रिक्वेस्ट डालें.
  • पोर्टल पर ‘Track Claim Status’ से रिक्वेस्ट की प्रोग्रेस देखें.

कुछ जरूरी टिप्स

  • नौकरी बदलते ही ट्रांसफर प्रक्रिया शुरू करें, टालें नहीं.
  • EPF पासबुक चेक करते रहें, ताकि योगदान और ब्याज का पता रहे.
  • जरूरत न हो, तो EPF से जल्दी पैसे न निकालें. लंबे समय में फायदा ज्यादा होगा.

EPF आपकी मेहनत की कमाई का एक जरूरी हिस्सा है, जो रिटायरमेंट में आपका साथ देता है. पुराना अकाउंट ट्रांसफर न करने से ब्याज का नुकसान और पेंशन के फायदे छूट सकते हैं. तो देर न करें, आज ही EPFO पोर्टल पर जाकर अपने EPF को ट्रांसफर करें और अपने भविष्य को और मजबूत बनाएं.

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