सेना के नतमस्तक होने वाले बयान पर जगदीश देवड़ा की सफाई, कहा- मेरी भावना को गलत तरीके से पेश किया जा रहा
भारतीय सेना के नतमस्तक होने वाले बयान पर जगदीश देवड़ा ने सफाई दी.
Jagdish Devda’s clarification: भारतीय सेना के नतमस्तक होने वाले बयान पर मध्य प्रदेश के उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा ने सफाई दी है. उन्होंने कहा है कि मेरे बयान को गलत तरीके से पेश किया गया है. मैं सेना का पूरा सम्मान करता हूं. मैंने कहा था कि देश की जनता सेना के चरणों में प्रणाम करती है. मेरी यही भावना है लेकिन मेरे बयान और मेरी भावना को गलत तरीके से पेश किया गया है. ये मेरे खिलाफ साजिश भी हो सकती है.
‘मैंने ऑपरेशन सिंदूर के बारे में बोला था’
मध्य प्रदेश के डिप्टी CM जगदीश देवड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके अपने बयान पर सफाई दी है. उन्होंने कहा, ‘मैं जबलपुर में सिविल डिफेंस वॉलेंटियर्स के प्रशिक्षण शिविर में गया था. वहां मैंने ऑपरेशन सिंदूर के बारे में भी बोला था. वहां मैंने कहा था कि देश की सेना ने जो काम किया है ऑपरेशन सिंदूर में उसकी जितनी सराहना की जाए वो कम है. देश की सेना के लिए देश की जनता उनके चरणों में नतमस्तक है. देश की जनता उनका पूरा सम्मान करती है. हमेशा देश की सेना ने देश की रक्षा के लिए काम किया है.
मैंने जो कहा, उसे गलत तरीके से प्रस्तुत करके दिखाया जा रहा है. यह बहुत ही गलत तरीका है. मैंने पूरा सम्मान करने की बात कही है. देश की जनता सेना के चरणों में प्रणाम करती है. मेरी भावना यह है, उसे गलत मोड़ देकर पेश किया जा रहा है.’
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‘ये साजिश भी हो सकती है’
जगदीश देवड़ा ने आगे कहा कि या तो यह साजिश है या फिर विचलित हो रहे हैं. जो शब्द मैंने कहे उसकी भावना सामने आनी चाहिए. किसी की भावना को गलत तरीके से प्रस्तुत करोगे तो यह बिल्कुल गलत होगा. यह न्याय नहीं अन्याय होगा. मेरी भावना को भी आहत किया गया है. सेना के बारे में कौन ऐसा बोल सकता है.
जगदीश देवड़ा ने ये बयान दिया था
मध्य प्रदेश के डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा ने कहा था, ‘मन में बहुत क्रोध था, जो दृश्य हमने देखा. जो पर्यटक वहां घूमने गए थे, उन्हें चुन चुन कर, धर्म पूछ-पूछ कर महिलाओं को एक तरफ खड़ा करके उनके सामने गोली मार दी. बच्चों के सामने गोली मार दी. उस दिन से पूरे देश में बहुत तनाव था कि हमको बदला लेना है. जिन आतंकवादियों ने माताओं का सिंदूर मिटाने का काम किया और जिन्होंने आतंकियों को पाला उन्हें नेस्तेनाबूत करना है. यशस्वी प्रधानमंत्री जी को हम धन्यवाद देना चाहेंगे. पूरा देश, देश की सेना और देश का सैनिक उनके चरणों में नतमस्तक है. उनके चरणों में पूरा देश नतमस्तक है. उन्होंने जो जवाब दिया है उसके लिए उनकी जितनी सराहना की जाए कम है.’