विवादित बयान देने वाले नेताओं की लगेगी क्लास, मध्य प्रदेश BJP ने बनाया धांसू प्लान!

पिछले कुछ समय में भाजपा के कई नेताओं के बयानों ने पार्टी को मुश्किल में डाला है. मंत्री विजय शाह ने ऑपरेशन सिंदूर की नायिका कर्नल सोफिया कुरैशी पर आपत्तिजनक टिप्पणी की, जिससे देश-विदेश में पार्टी की किरकिरी हुई.
CM Mohan Yadav

सीएम मोहन यादव

MP News: मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी अपने नेताओं, मंत्रियों, सांसदों और विधायकों के विवादित बयानों से परेशान है. इन बयानों की वजह से पार्टी और सरकार की छवि को नुकसान पहुंच रहा है. इसे रोकने के लिए भाजपा जून 2025 से अपने नेताओं के लिए एक खास प्रशिक्षण शिविर शुरू करने जा रही है. इस शिविर में नेताओं को सिखाया जाएगा कि सार्वजनिक मंचों पर कैसे बोलना है, विवादित मुद्दों से कैसे बचना है और विपक्ष के सवालों का जवाब कैसे देना है.

क्यों जरूरी हुआ प्रशिक्षण?

पिछले कुछ समय में भाजपा के कई नेताओं के बयानों ने पार्टी को मुश्किल में डाला है. मंत्री विजय शाह ने ऑपरेशन सिंदूर की नायिका कर्नल सोफिया कुरैशी पर आपत्तिजनक टिप्पणी की, जिससे देश-विदेश में पार्टी की किरकिरी हुई. वहीं, उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा ने सेना के बारे में अपमानजनक बयान दिया. मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल का अपने बेटे से जुड़े एक मामले में भोपाल के थाने में हंगामा और ग्वालियर में छापेमारी से विवाद हुआ.

मंत्री प्रहलाद पटेल ने सार्वजनिक कार्यक्रम में आवेदन देने वाली जनता को “भिखारी” कहा. विधायक भूपेंद्र सिंह और मंत्री गोविंद सिंह के बीच सार्वजनिक बयानबाजी से पार्टी की छवि खराब हुई. मंत्री नगर सिंह ने वन विभाग का पद छिनने के बाद पार्टी और सरकार के खिलाफ बयान दिए.

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क्या होगा प्रशिक्षण में?

भाजपा का यह प्रशिक्षण शिविर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की तर्ज पर होगा. इसमें, मीडिया प्रबंधन के विशेषज्ञ नेताओं को सिखाएंगे कि मंच पर बोलते समय किन बातों का ध्यान रखना है. विवादित मुद्दों से बचने और विपक्ष के हमलों का जवाब देने का तरीका बताया जाएगा. विधानसभा सत्र से पहले की रणनीति बनाई जाएगी, ताकि बयानों से सरकार को नुकसान न हो.

भाजपा का कहना है कि यह प्रशिक्षण नेताओं को जिम्मेदार और सावधान बनाएगा. इससे पार्टी की छवि बेहतर होगी और सरकार पर सवाल उठने की घटनाएं कम होंगी.

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