‘रमेश नमकीन’ वाला झोला बना अमेरिका में फैशन, कीमत सुनकर उड़ जाएंगे होश

जापानी कंपनी 'प्यूब्को' ने इस देसी झोले को 'इंडियन स्मारिका बैग' का नाम देकर अमेरिका के मशहूर नॉर्डस्ट्रॉम स्टोर में चमका दिया है.
Ramesh Namkeen Bag

झोला बना अमेरिका में फैशन

Ramesh Namkeen Bag: भारत की गलियों में आपने वो प्लास्टिक का झोला तो देखा ही होगा, जिसमें ‘रमेश नमकीन’ या ‘चेतक स्वीट्स’ लिखा होता है. बाजार से सामान खरीदो, तो दुकानदार मुफ्त में यही थैला पकड़ा देता है. लेकिन चौंकिए मत, यही झोला अब अमेरिका में लक्जरी स्टोर में ‘फैशन’ बैग बनकर बिक रहा है, वो भी 48 डॉलर यानी करीब 4100 रुपये में.

क्या है पूरा माजरा?

दरअसल, जापानी कंपनी ‘प्यूब्को’ ने इस देसी झोले को ‘इंडियन स्मारिका बैग’ का नाम देकर अमेरिका के मशहूर नॉर्डस्ट्रॉम स्टोर में चमका दिया है. कंपनी का कहना है कि ये बैग खूबसूरत डिजाइन वाला है और भारतीय संस्कृति को पसंद करने वालों के लिए एकदम खास. अब ये बैग उन लोगों के लिए स्टाइल स्टेटमेंट बन गया है, जो विदेश में भारतीय टच चाहते हैं.

भारतीयों का मजेदार रिएक्शन

जब ये खबर सोशल मीडिया पर फैली, तो भारतीयों ने हंसी-मजाक का पिटारा खोल दिया. इंस्टाग्राम पर एक यूजर ने लिखा, “48 डॉलर? अरे, मेरे पास तो घर में ऐसे 10 झोले पड़े हैं, मैं बेच दूं क्या?” एक और शख्स ने चुटकी ली, “पहले तंबाकू वाले झोले की बारी थी, अब नमकीन वाला भी स्टार बन गया.”

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कैसे बन गया ये फैशन?

भारत में ये झोला रोजमर्रा की चीज है. किराने की दुकान से लेकर सब्जी मंडी तक, ये हर जगह दिखता है. लेकिन विदेशों में इसे ‘यूनिक’ और ‘कल्चरल’ बताकर बेचा जा रहा है. लोग इसे ट्रैवल बैग या स्टाइलिश कैरी बैग के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं. ये खबर बताती है कि हमारी रोजमर्रा की चीजें भी दुनिया में कितना बड़ा कमाल कर सकती हैं. जो झोला हम फ्री में लेते हैं, वो विदेश में हजारों रुपये का बन जाए, तो हंसी भी आती है और गर्व भी होता है. लेकिन सवाल ये है कि क्या आप अपने घर के पुराने झोले को अब भी फेंक देंगे या उसे ‘लक्जरी’ मानकर संभाल लेंगे?

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