CM चंद्रबाबू की हत्या की कोशिश से लेकर 76 जवानों की शहादत तक… इन बड़े नक्सली हमलों में शामिल था 5 करोड़ का इनामी बसवराजू
किन हमलों में शामिल था बसवराजू?
Bosavaraju: छत्तीसगढ़ के नारायणपुर के जंगलों में सुरक्षाबलों के जवानों ने बड़ी सफलता हासिल की है. जवानों ने 5 करोड़ के इनामी CPI जनरल सेक्रेटरी बसवराजू को मार गिराया है. अबूझमाड़ के जाटलूर इलाके में हुई इस मुठभेड़ में कुल 27 नक्सली ढेर हुए हैं. बसवराजू वह नाम है, जो हिड़मा जैसे कई नक्सलियों का गुरु था. वह नक्सलियों का ‘इंजीनियर’ था, जो बम बनाने और एंबुश लगाने का एक्सपर्ट था.
बसवराजू कई बड़े नक्सली हमलों में शामिल था. इंटेलीजेंस रिपोर्ट के मुताबिक बसवराजू 71 साल का था. उसने 1987 में बस्तर के जंगल में लगे लिट्टे के कैंप में ट्रेनिंग ली थी. उसे प्रकाश, कृष्णा, विजय, दरपू नरसिम्हा रेड्डी, नरसिम्हा नामों से भी जाना जाता है. NIA की मोस्टवांटेड लिस्ट में शामिल बसवराजू जब तक CPI जनरल सचिव रहा उस दौरान कई बड़े नक्सली हमले हुए. इनमें CM चंद्रबाबू नायडू की हत्या की कोशिश से लेकर दंतेवाड़ा में 76 जवानों को शहीद करने वाला हमला तक शामिल है. देखें पूरी डिटेल-
बसवराजू के टाइम में हुए बड़े नक्सली हमले
- 2003 में अलीपीरी बम विस्फोट:- आंध्र प्रदेश के तत्कालीन सीएम चंद्रबाबू नायडू की हत्या का प्रयास (चंद्रबाबू नायडू वर्तमान में भी CM हैं)
- 2010 में दंतेवाड़ा नरसंहार:- इस हमले में 76 CRPF जवान शहीद हुए थे
- 2013 में झीरम घाटी हमला:- वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं सहित 27 लोग मारे गए थे
- 2019 में श्यामगिरी हमला:- बीजेपी विधायक भीमा मंडावी सहित पांच लोग मारे गए
- 2019 में गढ़चिरौली में 15 कमांडो समेत 16 लोगों की हत्या का रणनीतिकार बसवराजू ही था
- 2020 में मिनपा एंबुश:- सुकमा में हुए नक्सली हमले में 17 सुरक्षाकर्मी शहीद हुए थे
- 2021 में टेकलगुड़ेम हमला:- बीजापुर में उस साल का सबसे बड़ा नक्सली हमला, 22 जवान शहीद हुए थे
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कौन है नक्सलियों का ‘इंजीनियर’ बसवराजू?
नक्सली लीडर बसवराजू का असली नाम नंबाल्ला केशव राव है. वह आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम का रहने वाला था. बसवराजू नक्सलियों में पहले नंबर का अधिकारी था. उसने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी और वह बम बनाने और एंबुश लगाने का एक्सपर्ट था. बसवराजू ने रिजनल इंजीनियरिंग कॉलेज वारंगल से बीटेक किया था. वह हमेशा अपने साथ एके 47 रायफल रखता था.
लिट्टे से ली थी ट्रेनिंग
इंटेलीजेंस रिपोर्ट के मुताबिक बसवराजू 71 साल का था. उसने 1987 में बस्तर के जंगल में लगे लिट्टे के कैंप में ट्रेनिंग ली थी. उसे प्रकाश, कृष्णा, विजय, दरपू नरसिम्हा रेड्डी, नरसिम्हा नामों से भी जाना जाता है.
5 करोड़ का था इनाम
बसवराजू 5 राज्यों में सक्रिय था. वह छत्तीसगढ़ के साथ-साथ झारखंड, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना और महाराष्ट्र के इलाकों में सक्रिय था. उसके ऊपर इन सभी पांचों राज्यों की ओर से अलग-अलग इनाम की घोषणा की गई थी. सभी राज्यों को मिलाकर उसके ऊपर करीब 5 करोड़ रुपए का इनाम था.
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बसवराजू 5 राज्यों में सक्रिय था. वह छत्तीसगढ़ के साथ-साथ झारखंड, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना और महाराष्ट्र के इलाकों में सक्रिय था. उसके ऊपर इन सभी पांचों राज्यों की ओर से अलग-अलग इनाम की घोषणा की गई थी. सभी राज्यों को मिलाकर उसके ऊपर करीब 5 करोड़ रुपए का इनाम था.
नक्सल संगठन का रहा महासचिव
बसवराजू नक्सली संगठन में अलग-अलग पदों पर रहा. 25 साल तक नक्सल संगठन के महासचिव रहे गणपति की जगह उसे महासचिव बनाया गया था. वहीं, लंबे समय तक उसके पास सेंट्रल मिलिट्री कमीशन की कमान भी थी.
NIA का मोस्ट वांटेड था बसवराजू
बसवराजू NIA की मोस्ट वांटेड की सूची में शामिल था. जानकारी के मुताबिक NIA ने भी उस पर 1 करोड़ रुपए का इनाम रखा था. इसके अलावा अलग-अलग राज्य सरकारों ने भी इनाम घोषित किए हुए थे.