जब देश की संस्कृति पर, हमारे मंदिरों पर हमले हो रहे थे, लोकमाता ने उन्हें संरक्षित करने का बीड़ा उठाया- भोपाल में बोले पीएम मोदी
पीएम मोदी
PM Modi in Bhopal: पीएम मोदी शनिवार को लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती के अवसर पर भोपाल के जंबूरी मैदान में होने वाले कार्यक्रम में शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने महिलाओं को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि आज यहां इतना बड़ी संख्या में माताएं, बहनें, बेटियां हमें आशीर्वाद देने आयी हैं. मैं आप सभी के दर्शन पाकर धन्य हो गया हूं.
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर जी की 300वीं जन्म जयंती है. 140 करोड़ भारतीयों के लिए यह अवसर प्रेरणा का है, राष्ट्र निर्माण के लिए हो रहे भागीरथ प्रयासों में अपना योगदान देने का है. देवी अहिल्याबाई कहतीं थीं कि शासन का सही अर्थ जनता की सेवा करना और उनके जीवन में सुधार लाना होता है. आज का कार्यक्रम उनकी इस सोच को आगे बढ़ाता है.
पीएम मोदी ने कहा कि आज इंदौर मेट्रो की शुरुआत हुई है, दतिया और सतना भी अब हवाई सेवा से जुड़ गए हैं. यह सभी प्रोजेक्ट मध्य प्रदेश में सुविधाएं बढ़ाएंगे, विकास को गति देंगे और रोजगार के नए अवसर बनाएंगे. मैं विकास के इन सारे कामों के लिए आप सबको, पूरे मध्य प्रदेश को बधाई देता हूं. उन्होंने कहा कि लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर, यह नाम सुनते ही मन में श्रद्धा का भाव उमड़ पड़ता है. उनके महान व्यक्तित्व के बारे में बोलने के लिए शब्द कम पड़ जाते हैं. देवी अहिल्याबाई प्रतीक हैं, जब इच्छाशक्ति होती है, दृड़ प्रतिज्ञा होती है तो परिस्थितियां कितनी भी विपरीत क्यों ना हों, परिणाम लाकर दिखाया जा सकता है.
अहिल्याबाई ने अपने राज्य की समृद्धि को नई दिशा दी- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि 250-300 साल पहले देश जब गुलामी की जंजीर में जकड़ा हुआ था, उस समय ऐसे काम कर जाना कि आने वाली अनेक पीढ़ियां उसकी चर्चा करें… यह कहना तो आसान है लेकिन करना आसान नहीं था. उन्होंने कहा, “लोकमाता अहिल्याबाई ने प्रभु सेवा और जनसेवा इसे कभी अलग नहीं माना. कहते हैं वे हमेशा शिवलिंग अपने साथ लेकर चलतीं थीं. उस कालखंड में एक राज्य का नेतृत्व, कांटों से भरा ताज, कोई कल्पना कर सकता है. कांटों से भरा ताज पहनने जैसा वो काम, लेकिन लोकमाता अहिल्याबाई ने अपने राज्य की समृद्धि को नई दिशा दी.”
प्रधानमंत्री ने अहिल्याबाई के जीवन के बारे में बात करते हुए कहा, “उन्होंने गरीब से गरीब को सामर्थ्यवान बनाने के लिए काम किया. देवी अहिल्या बाई भारत की विरासत की बहुत बड़ी संरक्षक थीं. जब देश की संस्कृति पर, हमारे मंदिरों पर हमले हो रहे थे तब लोकमाता ने उन्हें संरक्षित करने का बीड़ा उठाया.”
उन्होंने कहा, “मेरा सौभाग्य है कि जिस काशी में लोकमाता अहिल्याबाई ने विकास के इतने काम किए, उस काशी ने मुझे भी सेवा का अवसर दिया है. आज अगर आप काशी विश्वनाथ महादेव के दर्शन करने जाएंगे, तो आपको देवी अहिल्याबाई की मूर्ति भी वहां मिलेगी. माता अहिल्याबाई ने गवर्नेंस का ऐसा मॉडल अपनाया जिसमें गरीबों को सबसे ज्यादा प्राथमिकता दी गई. रोजगार के लिए उन्होंने कई योजनाओं को अपनाया. कृषि को बढ़ाना देने के लिए छोटी छोटी नहरों का जाल बिछाया. जल संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए कितने ही तालाब बनवाए.”
सरकार की हर बड़ी योजना के केंद्र में महिलाएं- पीएम
पीएम मोदी ने कहा कि हमारी सरकार ‘विमेन लेड डेवलेपमेंट’ को विकास की धुरी बना रही है. सरकार की हर बड़ी योजना के केंद्र में महिलाएं हैं. गरीबों के लिए चार करोड़ घर बनाएं हैं. इनमें से ज्यादातर घर महिलाओं के लिए बने हैं. इनमें से ज्यादातर महिलाएं ऐसी हैं, जिनके नाम पहली बार कोई संपत्ति दर्ज हुई है.
उन्होंने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज सरकार हर घर तक नल से जल पहुंचा रही है, ताकि हमारी माताओं बहनों को दिक्कत ना हो. बेटियां अपनी पढ़ाई में ध्यान दे सकें. करोड़ों बहनों के पास पहले बिजली, एलपीजी गैस और टॉयलेट जैसी सुविधाएं नहीं थीं. यह सिर्फ सुविधाएं नहीं हैं, यह माताओं बहनों के सम्मान का एक हमारी सरकार की ओर से एक प्रयास है.
पीएम ने कहा कि पहले माताएं अपनी बीमारियां छुपाने पर मजबूर थीं. गर्भावस्था के दौरान अस्पताल जाने से बचती थीं. उन्हें लगता था कि इससे परिवार पर बोझ पड़ेगा. आयुष्मान भारत योजना ने उनकी इस चिंता को खत्म किया है. अब वो भी अस्पताल में पांच लाख तक का मुफ्त इलाज करवा सकती हैं.