“जीवन लेने का अधिकार किसी को नहीं…”, बकरीद पर कुर्बानी को लेकर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का बड़ा बयान, यूपी के सांसद बोले- हर कोई योगी…

धीरेंद्र शास्त्री बेबाक अंदाज के लिए जाने जाते हैं. उन्होंने न सिर्फ बकरीद पर पशु बलि का विरोध किया, बल्कि सभी धर्मों और समुदायों से अपील की कि वे हिंसा को छोड़कर अहिंसा का रास्ता अपनाएं. शास्त्री का मानना है कि समय बदल चुका है. अब हमें पुरानी परंपराओं को नए नजरिए से देखने की जरूरत है.
Dhirendra Shastri On Bakrid

बागेश्वर बाबा और एसटी हसन

Dhirendra Shastri On Bakrid: जैसे-जैसे ईद-उल-अजहा यानी बकरीद का त्योहार नजदीक आ रहा है, देशभर में इसकी तैयारियां जोरों पर हैं. इस बार बकरीद 7 जून 2025 को मनाई जाएगी. लेकिन इस पवित्र मौके पर एक ऐसी आवाज उठी है, जो चर्चा का केंद्र बन गई है. बागेश्वर धाम सरकार पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने बकरीद पर होने वाली पशु कुर्बानी के खिलाफ खुलकर अपनी बात रखी है. उनका कहना है, “अगर हम किसी को जीवन नहीं दे सकते, तो हमें उसे छीनने का हक भी नहीं है.”

धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने क्या-क्या कहा?

धीरेंद्र शास्त्री बेबाक अंदाज के लिए जाने जाते हैं. उन्होंने न सिर्फ बकरीद पर पशु बलि का विरोध किया, बल्कि सभी धर्मों और समुदायों से अपील की कि वे हिंसा को छोड़कर अहिंसा का रास्ता अपनाएं. शास्त्री का मानना है कि समय बदल चुका है. अब हमें पुरानी परंपराओं को नए नजरिए से देखने की जरूरत है.

उन्होंने कहा, “शायद इतिहास में कुछ खास परिस्थितियों में पशु बलि की प्रथा रही हो, लेकिन आज का युग अलग है. हमारे पास प्रार्थना, दया और सेवा जैसे कई मानवीय रास्ते हैं. फिर क्यों न हम इन्हें अपनाएं? अहिंसा ही सबसे बड़ा धर्म है.”

बकरीद और कुर्बानी

बकरीद, इस्लाम धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है. इस दिन पैगंबर इब्राहिम की कुर्बानी की याद में जानवरों की बलि दी जाती है. यह परंपरा उनके बलिदान और भक्ति को याद करने का प्रतीक है. लेकिन धीरेंद्र शास्त्री का मानना है कि आज के दौर में हमें ऐसी प्रथाओं पर दोबारा विचार करना चाहिए. उन्होंने कहा, “हम किसी भी तरह की बलि के खिलाफ हैं, चाहे वह किसी भी धर्म में हो. हर प्राणी को जीने का अधिकार है. हमें हिंसा को रोकना होगा और एक ऐसी दुनिया बनानी होगी, जहां सभी जीव शांति से रह सकें.”

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एसटी हसन ने बागेश्वर बाबा पर साधा निशाना

बागेश्वर बाबा के बयान पर मुरादाबाद में पूर्व सपा सांसद डॉ. एसटी हसन ने निशाना साधा है. उन्होंने कहा, ”ऐसे लोग मुसलमानों को गालियां देकर ध्यान आकर्षित करते हैं और शायद बड़ा पद पाने की होड़ में हैं.” उन्होंने कहा कि कुर्बानी केवल इस्लाम में नहीं, बल्कि हिंदू धर्म में भी बलि प्रथा मौजूद है. हम अपनी अच्छी चीज को अल्लाह को कुर्बान करते हैं. अल्लाह हमारा और इन जानवरों को पैदा करने वाला एवं पालनहार है.” हसन ने कहा कि हम धार्मिक लोगों का सम्मान करते हैं, लेकिन जो दूसरे मजहब को दुष्ट कहें, उनका सम्मान नहीं करते. ऐसी बातें देश में नफरत और दरार पैदा करती हैं. हर कोई योगी आदित्यनाथ नहीं बन सकता..

बागेश्वर धाम, मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित एक प्रसिद्ध आध्यात्मिक केंद्र है. धीरेंद्र शास्त्री अपनी चमत्कारी कथाओं और भक्तों के बीच लोकप्रियता के लिए जाने जाते हैं. लेकिन इसके साथ ही वे सामाजिक और धार्मिक मुद्दों पर अपनी बेबाक राय के लिए भी चर्चा में रहते हैं. पिछले कुछ समय में शास्त्री कई बार विवादों में भी रहे हैं.

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