राहुल गांधी के ‘लंगड़ा’ वाले बयान से आहत हुए इंटरनेशल पैरा स्विमर सत्येंद्र लोहिया, मांगा स्पष्टीकरण
राहुल गांधी से मांगा स्पष्टीकरण
MP News: कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी 3 जून को भोपाल दौरे पर पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा था कि लंगड़े घोड़ों को बाकी घोड़ों के लिए परेशानी खड़ी नहीं करनी चाहिए. लंगड़े घोड़े जल्द रिटायर किए जाएंगे. उनके ‘लंगड़े’ शब्द से इंटरनेशल पैरा स्विमर सत्येंद्र लोहिया आहत हो गए हैं. उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए राहुल गांधी से स्पष्टीकरण मांगा है.
राहुल गांधी ने क्या कहा?
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भोपाल के रवींद्र भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा था- ‘तीन तरह के घोड़े होते हैं. एक होता है बारात का घोड़ा, दूसरा होता है रेस का घोड़ा और तीसरा होता है लंगड़ा घोड़ा. हमें बारात वाले घोड़े को बारात में, रेस वाले घोड़े को रेस में और लंगड़े घोड़े को रिटायर किए जाएंगे.’
उन्होंने आगे कहा था कि लंगड़े घोड़ों को बाकी घोड़ों के लिए परेशानी खड़ी नहीं करनी चाहिए. अगर वे ऐसा करते हैं तो उन पर पार्टी की ओर से कार्रवाई की जाएगी.
आहत हुए इंटरनेशल पैरा स्विमर सत्येंद्र लोहिया
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के इस बयान से इंटरनेशल पैरा स्विमर सत्येंद्र लोहिया आहत हुए हैं. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक बड़ी सी पोस्ट लिखते हुए राहुल गांधी से स्पष्टीकरण मांगा है. उन्होंने लिखा- ‘आदरणीय राहुल गांधी जी को विनम्र निवेदन. आप देश के राष्ट्रीय स्तर के सम्माननीय राजनेता हैं और मैं व्यक्तिगत रूप से आपका लंबे समय से आदर करता आया हूं. मैं एक अंतरराष्ट्रीय स्तर का पैरा स्विमर हूं. साथ में दिव्यांग हूं और इस देश का एक जिम्मेदार नागरिक भी हूं.’
‘असंवेदनशील शब्द’
उन्होंने आगे लिखा- ‘हाल ही में भोपाल में दिए गए आपके एक सार्वजनिक वक्तव्य में आपने ‘लंगड़ा’ शब्द का प्रयोग किया, जिसे सुनकर मन अत्यंत आहत हुआ. यह शब्द न केवल असंवेदनशील है, बल्कि दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम 2016 के अनुसार यह शब्दावली विलुप्त की जा चुकी है और कानूनी रूप से आपत्तिजनक मानी जाती है. यह अधिनियम भारत की संसद द्वारा पारित किया गया है और इसके पीछे उद्देश्य यही था कि दिव्यांग जनों को समाज में सम्मान और गरिमा के साथ स्थान मिले.’
‘समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाता है’
पैरा स्विमर सत्येंद्र लोहिया ने आगे लिखा- ‘माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा हमें ‘दिव्यांग’ जैसा सकारात्मक शब्द दिया गया, जो हमारी क्षमताओं को दर्शाता है, न कि हमारी चुनौतियों को. ऐसे में जब देश किसी भी पार्टी के राष्ट्रीय नेता से इस प्रकार का असंवेदनशील शब्द सुनने को मिलता है, तो यह केवल एक व्यक्ति नहीं, पूरे दिव्यांग समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाता है.’
राहुल गांधी से मांगा स्पष्टीकरण
पैरा स्विमर सत्येंद्र लोहिया ने अपनी इस पोस्ट के जरिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी से स्पष्टीकरण भी मांगा है. उन्होंने लिखा- ‘मैं नहीं जानता कि आपने किस संदर्भ में यह शब्द कहा, लेकिन मैं निवेदन करता हूं कि आप इस विषय पर एक स्पष्टीकरण दें और भविष्य में दिव्यांग जनों की भावनाओं का ध्यान रखते हुए, इस प्रकार की भाषा के उपयोग से बचें. हम दिव्यांग लोग भी इस देश के नागरिक हैं, हमारा भी आत्मसम्मान है, और हमारा भी प्रतिनिधित्व है. हम केवल सहानुभूति नहीं, समान अधिकार और सम्मान की अपेक्षा रखते हैं.’
उन्होंने आगे लिखा- ‘आपसे निवेदन है कि आप इस विषय को गंभीरता से लें और देश के करोड़ों दिव्यांग जनों की भावनाओं का सम्मान करते हुए, उचित प्रतिक्रिया दें.’
कौन हैं इंटरनेशनल पैरा स्विमर सत्येन्द्र सिंह लोहिया?
इंटरनेशनल पैरा स्विमर सत्येन्द्र सिंह लोहिया मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले की रहने वाले हैं. वह इंग्लिश चैनल पार करने वाले एशिया के पहले पैरा स्विमर हैं. उन्हें खेल में उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए पद्मश्री पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है.