असम के धुबरी में तनाव, CM हिमंता बिस्वा सरमा ने दिया ‘शूट एट साइट’ का आदेश, जानिए क्या है पूरा माजरा

मामला यहीं नहीं रुका. बकरीद से ठीक पहले धुबरी में कुछ पोस्टर नजर आए, जिन्हें 'नबीन बांग्ला' नामक संगठन ने लगाया था. इन पोस्टरों में धुबरी को बांग्लादेश में मिलाने की बात कही गई थी. यह खबर सुनकर लोगों का गुस्सा और भड़क गया.
Himanta Biswa Sarma

हिमंता बिस्वा सरमा

Assam News: बांग्लादेश की सीमा से सटा हुआ असम का धुबरी जिला इन दिनों सुर्खियों में है. यहां हालात इतने गर्म हो गए हैं कि मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा को सख्त कदम उठाने पड़े. उन्होंने उपद्रवियों के खिलाफ ‘शूट एट साइट’ का आदेश दे दिया है. यानी, रात में कोई अशांति फैलाने की कोशिश करेगा, तो उसे देखते ही गोली मारने का हुक्म है. लेकिन आखिर धुबरी में ऐसा क्या हुआ कि बात इतनी बढ़ गई? चलिए, इस कहानी को शुरू से समझते हैं.

मंदिर के पास गाय का सिर

बात शुरू हुई 7 जून 2025 को, जब बकरीद के अगले दिन धुबरी शहर के हनुमान मंदिर के पास एक गाय का सिर मिला. यह घटना स्थानीय लोगों के लिए सदमे जैसी थी. गुस्साए लोगों ने सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया. हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदायों ने शांति की अपील की, लेकिन अगले ही दिन फिर वही मंजर. मंदिर के सामने एक और गाय का सिर रखा गया और रात में कुछ लोगों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी. यह सब सुनियोजित लग रहा था, मानो कोई इलाके में आग लगाने की साजिश रच रहा हो.

‘नबीन बांग्ला’ का भड़काऊ खेल

मामला यहीं नहीं रुका. बकरीद से ठीक पहले धुबरी में कुछ पोस्टर नजर आए, जिन्हें ‘नबीन बांग्ला’ नामक संगठन ने लगाया था. इन पोस्टरों में धुबरी को बांग्लादेश में मिलाने की बात कही गई थी. यह खबर सुनकर लोगों का गुस्सा और भड़क गया. सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने इन पोस्टरों को ‘भड़काऊ’ करार दिया और कहा कि यह सांप्रदायिक तनाव भड़काने की कोशिश है.

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गोमांस माफिया का नया जाल?

सीएम ने एक और सनसनीखेज खुलासा किया. उन्होंने दावा किया कि बकरीद के दौरान पश्चिम बंगाल से हजारों मवेशी धुबरी लाए गए हैं. उनका कहना है कि इलाके में एक ‘नया गोमांस माफिया’ उभर रहा है, जो त्योहार के बहाने बड़े पैमाने पर मवेशियों की खरीद-बिक्री कर रहा है. सरमा ने इसे गंभीरता से लिया और अधिकारियों को इस माफिया के सरगना को पकड़ने के लिए जांच के आदेश दिए.

सीएम का सख्त रुख

13 जून 2025 को हिमंता बिस्वा सरमा ने धुबरी का दौरा किया और हालात का जायजा लिया. उन्होंने साफ शब्दों में कहा, “जो भी अशांति फैलाने की कोशिश करेगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा.” रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के जवानों को जिले में तैनात करने का ऐलान किया गया. साथ ही, सभी अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने के निर्देश दिए गए. रात में ‘शूट एट साइट’ का आदेश भी इसी सख्ती का हिस्सा है.

शांति की कोशिशें

स्थानीय लोग इस तनाव से परेशान हैं. हिंदू और मुस्लिम समुदायों ने पहले ही शांति की अपील की थी, लेकिन बार-बार होने वाली घटनाओं ने माहौल को बिगाड़ दिया. धुबरी पहले भी सांप्रदायिक तनाव का गवाह रहा है और बांग्लादेश से सटी सीमा इसे और संवेदनशील बनाती है. सीएम का कहना है कि सरकार किसी भी कीमत पर अशांति बर्दाश्त नहीं करेगी.

धुबरी असम का एक महत्वपूर्ण जिला है, जो ब्रह्मपुत्र नदी के किनारे बसा है. यह बांग्लादेश की सीमा से सटा होने के कारण रणनीतिक रूप से भी अहम है. यहां की आबादी में हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदायों का अच्छा-खासा मिश्रण है. लेकिन सीमा पार से होने वाली गतिविधियां, जैसे मवेशी तस्करी, अक्सर विवाद का कारण बनती हैं.

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