Israel-Iran War: इजरायल ने बनाई थी ईरान के सुप्रीम लीडर खामेनेई की हत्या की प्लानिंग, ट्रंप का दावा- नेतन्याहू को रोका

Israel-Iran War: इजराइल और ईरान के युद्ध की आशंका के बीच ट्रंप ने दावा किया है कि इजरायल ने ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई की हत्या की योजना बनाई थी.
Israel-Iran War

इजराइल-ईरान युद्ध

Israel-Iran War: इजरायल और ईरान के बीच लंबे समय से तनाव चला आ रहा है, जो हाल ही में और गहरा गया है. 14 जून को इजरायल ने ‘ऑपरेशन राइजिंग लायन’ के तहत ईरान के 200 से अधिक सैन्य और परमाणु ठिकानों पर बड़े पैमाने पर हवाई हमले किए. इन हमलों में ईरान के कई शीर्ष सैन्य कमांडर, जैसे अली शमखानी, मारे गए. इस कार्रवाई ने दोनों देशों के बीच युद्ध की आशंका को और बढ़ा दिया. इसी बीच, ट्रंप ने दावा किया है कि इजरायल ने ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई की हत्या की योजना बनाई थी.

हत्या की योजना का खुलासा

ईरान पर हमला करने से पहले इजरायल ने अमेरिकी अधिकारियों को सूचित किया था कि उनके पास खामेनेई को निशाना बनाने का अवसर है. यह योजना इजरायल के हालिया हमलों के बाद सामने आई, जब उसने ईरान की सैन्य क्षमता को कमजोर करने का लक्ष्य रखा था. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इज़रायल की उस योजना पर वीटो लगा दिया, जिसमें ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई की हत्या की साजिश रची गई थी.

रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, एक वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी ने कहा- ‘हमने इसे स्पष्ट किया कि जब तक ईरान ने किसी अमेरिकी को नुकसान नहीं पहुंचाया, हम उनके राजनीतिक नेतृत्व को निशाना बनाने की अनुमति नहीं देंगे.’ ट्रंप ने इसे ‘अच्छा विचार नहीं’ बताया और इजरायल को इस दिशा में आगे बढ़ने से रोका.

दोतरफा खेल रहे ट्रंप

एक तरफ अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ईरान को परमाणु समझौते पर चेतावनी दे रहें हैं तो वहीं दूसरी ओर कूटनीति का हाथ भी बढ़ा रहे हैं. ट्रंप से Truth Social पर लिखा- ‘अगर हम पर किसी भी प्रकार का हमला होता है, तो अमेरिकी सेना की पूरी ताकत और शक्ति ईरान पर ऐसे बरसेगी जैसी पहले कभी नहीं देखी गई होगी. इसके बावजूद ट्रंप ने आशा जताई कि ईरान और इज़रायल के बीच शांति समझौता संभव है. उन्होंने कहा कि हम आसानी से एक समझौते पर पहुंच सकते हैं और इस खूनी संघर्ष को खत्म कर सकते हैं.

इजरायल का रुख

इजरायल के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार त्ज़ाची हनेग्बी ने इन खबरों को ‘फर्जी’ और ‘बेतुका’ करार दिया. हालांकि, इजरायल के राजदूत येचिएल लेइटर ने एक बयान में कहा- ‘जो कोई भी इजरायल को नष्ट करने की धमकी देता है, वह हमारी लक्ष्य सूची से बाहर नहीं है.’ यह बयान इस बात का संकेत देता है कि इजरायल खामेनेई को एक बड़े खतरे के रूप में देखता है और भविष्य में भी ऐसी योजनाओं पर विचार कर सकता है.

ईरान की प्रतिक्रिया

खामेनेई ने इजरायल के हमलों को ‘युद्ध की शुरुआत’ करार दिया और जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी. 15 जून को ईरान ने इजरायल पर दर्जनों बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं, जिससे तेल अवीव और यरुशलम में विस्फोटों की खबरें आईं. खामेनेई को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया है, और वह ईरान के सैन्य कमांडरों के साथ लगातार संपर्क में हैं. ईरान ने संयुक्त राष्ट्र में इजरायल के खिलाफ शिकायत दर्ज की और इसे ‘आतंकवादी कृत्य’ बताया.

वैश्विक प्रतिक्रिया

संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने इस बढ़ते तनाव को लेकर आपातकालीन बैठक बुलाई है. वैश्विक नेता दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील कर रहे हैं.

अमेरिका: ट्रंप प्रशासन ने स्पष्ट किया कि वह इस संघर्ष में सीधे तौर पर शामिल नहीं होना चाहता, लेकिन इजरायल को रक्षात्मक समर्थन प्रदान करता रहेगा.

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रूस और चीन: दोनों देशों ने इजरायल की कार्रवाइयों की निंदा की और ईरान के साथ अपनी साझेदारी को मजबूत करने का संकेत दिया.

वर्तमान स्थिति

खामेनेई सुरक्षित हैं और ईरान की जवाबी कार्रवाइयों का नेतृत्व कर रहे हैं. इधर, इजरायल ने अपनी सीमाओं पर सुरक्षा बढ़ा दी है और हिजबुल्लाह जैसे ईरान समर्थित समूहों पर नजर रख रहा है.

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