‘थोपी गई जंग में न सरेंडर करेंगे न शांति स्वीकार…’,ट्रंप की धमकी पर बोले खामेनेई- US के दखल से बढ़ेगा नुकसान

Israel Iran War: ट्रंप ने जी-7 समिट के बीच लौटने के बाद बड़ा बयान दिया और कहा कि अमेरिका का धैर्य समाप्त हो रहा है. ईरान न्यूक्लियर हथियार नहीं रख सकता है.
Israel Iran War

डोनाल्ड ट्रंप, अयातुल्ला खामेनेई और बेंजामिन नेतन्याहू

Israel Iran War: इजरायल और ईरान के बीच जंग अब और तेज हो गई है. ईरान ने एक तरफ, मोसाद के हेडक्वार्टर पर हमला किया और हाइफा के साथ-साथ तेल अवीव पर भी मिसाइलों की बरसात की. वहीं इजरायल ने ईरान की रिफायनरीज को निशाना बनाना शुरू कर दिया है. इजरायल लगातार ईरान के परमाणु ठिकानों को तबाह करने की भी कोशिश कर रहा है लेकिन अभी तक नतांज के अलावा बाकी ठिकानों पर उसे ज्यादा सफलता हाथ नहीं लगी है. इस बीच, मंगलवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान से बिना शर्त सरेंडर करने को कहा था और सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई को भी धमकी दी थी. इसके बाद खामेनेई ने भी पलटवार किया है. खामेनेई ने ट्रंप के बयान पर कहा कि थोपी हुई जंग में ईरान सरेंडर नहीं करेगा और चेताया कि किसी भी अमेरिकी सैन्य दखल से केवल नुकसान ही बढ़ेगा.

खामेनेई ने इजरायल-अमेरिका को चेताया

राष्ट्र को संबोधित करते हुए अयातुल्ला अली खामेनेई ने कहा कि ईरानी जनता अपने शहीदों के खून को कभी नहीं भूलेगी और देश की हवाई सीमा का उल्लंघन करने वालों को हरगिज माफ नहीं किया जा सकता है. खामेनेई ने इजरायल-अमेरिका को चेतावनी देते हुए कहा कि यूएस या किसी अन्य शक्ति ने ईरान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई की, इसका परिणाम अपूरणीय क्षति के रूप में सामने आएगा. खामेनेई ने कहा कि ईरान न तो थोपी हुई जंग में सरेंडर करेगा और न ही थोपी जंग में शांति की बात को स्वीकार करेगा.

इजरायल को चेतावनी देते हुए ईरान के सुप्रीम लीडर ने कहा कि दुश्मन ने यह बड़ी गलती कर दी है. ईरान की हवाई सीमा एक लाल रेखा है जिसे पार करने वालों को कभी माफ नहीं किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि ईरान की सशस्त्र सेना पूरी तरह से तैयार है और दुश्मन को माकूल जवाब दिया जाएगा. साथ ही उन्होंने यह भी दोहराया कि उन्हें ईरान की जनता का समर्थन प्राप्त है.

ट्रंप के बयान के बाद अमेरिका के युद्ध में कूदने के कयास तेज

दरअसल, इजरायल-ईरान युद्ध के बीच, मंगलवार को आए ट्रंप के बयान ने इस बात के अंदेशे को और बढ़ा दिया कि किसी भी वक्त अमेरिकी सेना इस जंग में कूद सकती है. कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिकी फाइटर प्लेन को मिडिल ईस्ट में उड़ते देखा गया. अमेरिका के विमानवाहक पोत भी अरब सागर में तैनात हैं. इससे समझा जा सकता है कि इस युद्ध में उतरने की अमेरिका ने लगभग पूरी तैयारी कर ली है.

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फोर्डो परमाणु ठिकाने को नुकसान नहीं

दूसरी तरफ, ईरान के फोर्डो परमाणु संयंत्र पर लगातार बमबारी के बाद भी इजरायल उसे नुकसान नहीं पहुंचा सका है. इसे नुकसान पहुंचाने के लिए GBU-57A/B बम की आवश्यकता है, जिसे B2 बॉम्बर के जरिये दागा जा सकता है और यह अमेरिका के पास है. इसलिए ही इजरायल ने सीधे तौर पर अमेरिका से युद्ध में उतरने की गुजारिश भी कर दी है. इस बीच, ट्रंप के आए बयान के बाद कयास लगाए जाने लगे हैं कि जल्द ही अमेरिका ईरान के परमाणु ठिकानों पर बम बरसाना शुरू कर सकता है.

ट्रंप का आया था बयान

ट्रंप ने जी-7 समिट के बीच लौटने के बाद बड़ा बयान दिया और कहा कि अमेरिका का धैर्य समाप्त हो रहा है. ईरान न्यूक्लियर हथियार नहीं रख सकता है. ट्रंप ने तो यहां तक कह दिया कि खामेनेई कहां छिपे हैं, ये अमेरिका को पता है लेकिन अभी फिलहाल अमेरिका उन्हें नहीं मारेगा. ईरान बिना शर्त सरेंडर कर दे. ट्रंप के इसी बयान के बाद अब खामेनेई ने पलटवार करते हुए इजरायल और अमेरिका दोनों को चेताया है.

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