Bharat Bandh: ट्रेड यूनियनों का भारत बंद आज, हड़ताल पर 25 करोड़ कर्मचारी, बैंकों से लेकर डाकघर सेवाओं तक पर दिख सकता है असर

Bharat Bandh: ट्रेड यूनियनों ने आज भारत बंद का ऐलान किया है. सरकार द्वारा संसद में पेश 4 श्रम कानूनों के विरोध में बंद बुलाया गया है. हड़ताल पर देश भर के 25 करोड़ कर्मचारी रहेंगे
demonstration during bharat bandh

भारत बंद के दौरान प्रदर्शन

Bharat Bandh: ट्रेड यूनियनों ने आज ‘भारत बंद’ का ऐलान किया है. देश भर की 10 ट्रेड यूनियनों ने भारत बंद बुलाया है. बैंकिंग, परिवहन, डाक सेवाओं, खनन और निर्माण जैसे प्रमुख क्षेत्रों के 25 करोड़ से अधिक श्रमिक और ग्रामीण मजदूर हड़ताल पर रहेंगे. ये कर्मचारी केंद्र सरकार पर मजदूर विरोधी, किसान विरोधी और कॉरपोरेट समर्थक नीतियों का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.

बिहार में ट्रेन रोकने का प्रयास

पूरे देश में बंद का असर दिखने लगा है. बिहार के जहांनाबाद में आरजेडी की छात्र शाखा के सदस्यों ने 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों और उनके सहयोगियों के संयुक्त मंच द्वारा आहूत ‘भारत बंद’ का समर्थन करते हुए रेलवे स्टेशन पहुंचकर प्रदर्शन किया. ट्रेन रोकने का प्रयास किया. पुलिस ने सभी प्रदर्शनकारियों को ट्रैक से हटाया. बिहार की राजधानी पटना में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सड़क पर लेटकर प्रदर्शन किया.

सिलीगुड़ी बस सेवा बंद

पश्चिम बंगाल में इसका असर दिख रहा है. सिलीगुड़ी में बसों का संचालन बंद है. इससे यात्री परेशान हो रहे हैं. वहीं कोलकाता में मपंथी दलों के यूनियन ने जादवपुर में पैदल मार्च निकालकर ‘भारत बंद’ में भाग लिया.

हड़ताल पर क्यों गए कर्मचारी?

ट्रेड यूनियनों का कहना है कि संसद द्वारा पारित 4 नए श्रम कानून श्रमिकों के कई अधिकार छीन लेते हैं. वहीं विद्यालय, महाविद्यालय और प्राइवेट ऑफिस खुले रहने की संभावना है, परिवहन और अन्य सार्वजनिक सेवाओं में व्यवधान दैनिक जीवन को प्रभावित कर सकता है.

न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, ट्रेड यूनियनों का दावा है कि ये कानून हड़ताल करने, लंबे समय तक काम करने की मांग करना और श्रम नियमों को तोड़ने पर भी कर्मचारियों की रक्षा करना कठिन बनाता है.

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किन-किन सेवाओं पर प्रभाव पड़ेगा?

भारत बंद के दौरान बैंकिंग और बीमा सेवाएं, डाक विभाग, कोयल खनन, औद्योगिक उत्पादन, राज्य परिवहन सेवाएं, सरकारी कार्यालय और सार्वजनिक यूनिट्स की सेवाएं प्रभावित होंगी.

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