छत्तीसगढ़ में ‘चलता-फिरता अस्पताल’…आपदा हो या नक्सली हमला, अब सिर्फ 10-15 मिनट में मिलेगा इलाज
हाई टेक अस्पताल
CG News: छत्तीसगढ़ के पास अब इतने हाई टेक अस्पताल होने वाले हैं कि आपदा हो या नक्सली हमला सिर्फ 10- 15 मिनट में इलाज मिल सकेगा. आरोग्य मैत्री परियोजना के तहत BHISHM क्यूब्स तैयार किए जा रे हैं, जो किसी भी प्राकृतिक आपदाओं, सामूहिक दुर्घटनाओं और संघर्ष-प्रभावित क्षेत्रों में त्वरित ट्रॉमा केयर और सहायता करने में सहायक होंगे. यह क्यूब 10–15 मिनट में मोबाइल अस्पताल में परिवर्तित हो सकता है, जिसमें ऑपरेशन थिएटर, आपातकालीन वार्ड, दवाएं, खून जांच किट, वेंटिलेटर, डिफिब्रिलेटर, एक्स-रे और सोनोग्राफी मशीन, स्ट्रेचर और अन्य आवश्यक उपकरण सम्मिलित हैं. AI-आधारित निगरानी प्रणाली मरीजों की स्वास्थ्य स्थितियों की रियल-टाइम ट्रैकिंग करती है और भारी वर्षा के दौरान भी कार्यशील रहता है. एक इकाई एक बार में लगभग 200 मरीजों का इलाज कर सकती है.
AIIMS, रायपुर में भारत हेल्थ इनिशिएटिव फॉर सहयोग, हित एवं मैत्री परियोजना का औपचारिक उद्घाटन हुआ, जो कि भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की एक अभिनव पहल है. इस अवसर पर छत्तीसगढ़ शासन के माननीय स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल जी उपस्थित रहे.
नक्सल विरोधी अभियानों के दौरान बेहद उपयोगी
BHISHM क्यूब्स के उद्घाटन के अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा- BHISHM क्यूब्स एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर हैं, जो हमारी आपदा-प्रतिक्रिया क्षमता में एक क्रांतिकारी परिवर्तन लेकर आएंगे. ये क्यूब्स न केवल आपदा जैसी परिस्थितियों में लोगों की जान बचाने में सहायक होंगे, बल्कि छत्तीसगढ़ के दूरस्थ आदिवासी क्षेत्रों में, विशेष रूप से नक्सल विरोधी अभियानों के दौरान, त्वरित और गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने में भी बेहद उपयोगी सिद्ध होंगे.
AIIMS रायपुर के कार्यकारी निदेशक एवं सीईओ लेफ्टिनेंट जनरल अशोक जिंदल ने कहा- AIIMS रायपुर में BHISHM परियोजना का उद्घाटन हमारे संस्थान और छत्तीसगढ़ राज्य दोनों के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है. ये उन्नत क्यूब्स हमारी आपातकालीन प्रतिक्रिया क्षमता को अत्यधिक सशक्त बनाते हैं और हमें चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में भी जीवन रक्षक उपचार प्रदान करने में सक्षम बनाते हैं.