MP News: अजब एमपी का गजब स्कूल, दोनों हाथों से 6 भाषाओं में लिखते हैं यहां के बच्चे

सिंगरौली जिले में एक अनोखा स्कूल है. अनोखा इसलिए क्योंकि यहां के बच्चे दोनों हाथों से एक साथ अलग-अलग 6 भाषाओं में लिख सकते हैं.
वीणा वादिनी स्कूल में दोनो हाथों से लिखते बच्चे.(फाइल फुटेज)

MP News: मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिला मुख्यालय से करीब 10 से 12 किलोमीटर दूर स्थित बुंदेला गांव में मौजूद वीणा वादिनी स्कूल के बारे में जानकार आप हैरान हो जाएंगे. देखने में भले ही स्कूल आम स्कूलों की तरह दिखता है पर जो भी इस स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों की कला को देखता है वो उनका मुरीद हो जाता है.

दरअसल इस स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे दोनों हाथों से लिखने की कला में माहिर हैं.  इसके साथ ही ये बच्चे एक साथ दो अलग अलग भाषाओं में लिखने में भी पारंगत हैं. इससे भी ज्यादा खास बात ये है कि बच्चे 6 अलग अलग भाषाएं जानते है इसके साथ ही बच्चे हिंदी संस्कृत अंग्रेजी समेत अन्य भाषाएं लिख सकते हैं. खास बात ये है कि यहां बच्चों को जो कला सिखाई जाती है वो किसी अजूबे से कम नहीं है क्योंकि यहां पढ़ने वाले बच्चे दोनों हाथों से अलग-अलग भाषाओं में एक साथ लिखने की कला में पारंगत हैं. साथ ही इस तरह से यहां लिखने वालों में सिर्फ एक नहीं दो नहीं बल्कि सैकड़ों बच्चे हैं.

ऐसे मिली थी ये कला सिखाने की प्रेरणा

बता दें कि इस स्कूल की स्थापना सन 1999 में की गई थी, जिसकी स्थापना विरंगत शर्मा ने की थी. शर्मा के मुताबिक उन्हे इस स्कूल को खोलने की प्रेरणा उन्हे भारत के राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद से मिली थी. क्योकि राजेंद्र प्रसाद दोनों हाथों से लिखने की कला में माहिर थे. उनसे प्रेरणा लेकर यह स्कूल शुरू किया गया था जहां बीते 25 सालों से बच्चों को इस कला में बच्चों को पारांगत किया जा रहा है. शर्मा कहते हैं की यह एक तरीके का मनोवैज्ञानिक प्रयोग है रोज बच्चों को 15 से 20 मिनट तक दोनों हाथों से लिखने की प्रैक्टिस करने से धीरे धीरे वो दोनों हाथों से लिखना सीख जाते हैं.

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देश की कुल आबादी में सिर्फ एक प्रतिशत लोग

जानकारी के मुताबिक दोनों हाथों से लिखने की कला सिखाने वाला संभवत: वीणा वादिनी स्कूल देशभर में एकलौता है. जहां हर साल सैकड़ों बच्चे ऐसा करना सीखते है वहीं अगर देखा जाए तो देशभर की कुल आबादी में एक प्रतिशत ही ऐसे लोग हैं जो एक साथ दोनों हाथों से लिख सकते हैं. खास बात ये है कि ये बच्चे दोनों हाथों से लिखने में तो पारांगत हैं ही साथ ही ये बच्चे 6 अलग अलग भाषाओं में भी लिख सकते हैं,

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