चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी के खिलाफ कांग्रेस का विरोध, जमकर किया हंगामा, 19 जुलाई को प्रदेशभर में होगा पुतला दहन
कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन
Chaitanya Baghel: छत्तीसगढ़ के पूर्व CM भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को ED ने गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तारी के बाद चैतन्य बघेल को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें 22 जुलाई तक 5 दिन की रिमांड पर भेज दिया गया है. ED के इस एक्शन के खिलाफ कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया. भूपेश बघेल के भिलाई स्थित आवास से लेकर ED ऑफिस के बाहर तक जमकर हंगामा हुआ. वहीं, 19 जुलाई को कांग्रेस ने प्रदेशव्यापी पुतला दहन करने का ऐलान किया है.
कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन
चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी के खिलाफ कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने बड़ी संख्या में इकट्ठा होकर प्रदर्शन किया. सबसे पहले कांग्रेसियों ने दुर्ग-भिलाई स्थित भूपेश बघेल के आवास पर विरोध किया. जांच एजेंसी की गाड़ी को रोका और पथराव भी किया. इसके बाद ED ऑफिस के बाहर भी कांग्रेस नेताों और कार्यकर्ताओं ने जमकर विरोध किया. कहीं टायर जलाए तो कहीं धरना दिया.
19 जुलाई को प्रदेशव्यापी पुतला दहन
कांग्रेस ने चैतन्य बघेल के खिलाफ इस एक्शन को लेकर बड़ा ऐलान किया है. कांग्रेस ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे की गिरफ्तारी के विरोध में 19 जुलाई को कांग्रेस प्रदेशव्यापी पुतला दहन करेगी. सभी जिला मुख्यालयों में ED और केंद्र सरकार के खिलाफ पुतला दहन किया जाएगा. इस संबंध में प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने सभी जिलों को निर्देश भेज दिए हैं. इस पुतला दहन कार्यक्रम में सांसद, विधायक, पार्षद, पदाधिकारी और बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल होंगे.
चैतन्य बघेल को गिरफ्तार
कोर्ट ने चैतन्य बघेल को 22 जुलाई तक ED की रिमांड पर भेजा है. 3200 करोड़ के शराब घोटाला मामले में ED की टीम ने पूर्व CM भूपेश बघेल के बेटे को गिरफ्तार किया है. 18 जुलाई की सुबह-सुबह भूपेश बघेल के घर पर ED की टीम पहुंची. वहीं, रेड की जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में कांग्रेस समर्थक भी भूपेश बघेल के घर पहुंचे और जमकर विरोध किया.
छत्तीसगढ़ का शराब घोटाला
छत्तीसगढ़ में जब कांग्रेस की सरकार थी यानी साल 2018 से 2023 के बीच प्रदेश में करीब 3200 करोड़ से अधिक का शराब घोटाला हुआ है. इसे लेकर EOW ने चार्जशीट में जानकारी दी है कि इस घोटाले के पैसे से 11 आरोपी अधिकारियों ने अपने रिश्तेदारों के नाम करोडों की जमीन और दौलत भी खरीदी है. सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात ये है कि अभी तक EOW के मुताबिक इन्होंने पूरे शराब घोटाले में करीब 61 लाख अवैध पेटी शराब बिकवाकर 2174 करोड़ रुपए की चपत लगाई थी. लेकिन अब जब इन अधिकारियों के खिलाफ चार्जशीट पेश की गई तो पता चला कि यह घोटाला 2174 नहीं बल्कि 3200 करोड़ से अधिक का है.