लड़कियों का अपहरण करके बना देता था ‘मां’, दिल्ली-UP से लेकर राजस्थान तक फैला गैंग का ‘जाल’, ऐसे दबोचा गया मास्टरमाइंड!

मामले का खुलासा तब हुआ जब गोरखपुर के पिपराइच से एक नाबालिग लड़की का अपहरण हुआ. शुरुआती जांच में पुलिस को लगा कि यह बाल विवाह का मामला है, लेकिन गहराई से छानबीन करने पर जो सच्चाई सामने आई, वो चौंकाने वाली थी. पता चला कि लड़की को सरोगेट मदर बनाने के लिए बेचा गया था.
Surrogacy Gang

प्रतीकात्मक तस्वीर -AI

Surrogacy Gang: उत्तर प्रदेश से एक सनसनीखेज खबर सामने आई है, जहां पुलिस ने एक ऐसे शातिर गैंग का पर्दाफाश किया है जो नाबालिग लड़कियों को अगवा कर उन्हें जबरन ‘सरोगेट मां’ बना रहा था. इस जघन्य अपराध का मास्टरमाइंड, मोहर्रम उर्फ राल को पुलिस ने एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार कर लिया है.

कैसे चलता था ये घिनौना खेल?

यह गैंग देश के अलग-अलग कोनों से लड़कियों को अगवा करता था. अपहरण के बाद, उन्हें एक बंद कमरे में रखा जाता और मानसिक रूप से इस बात के लिए तैयार किया जाता कि वे किसी निसंतान दंपती के लिए सरोगेट मदर बनें. एक बार सौदा तय हो जाने पर इन लड़कियों को राजस्थान जैसे राज्यों में भेज दिया जाता था. यह केवल शादी का झांसा नहीं था, बल्कि उन्हें ‘किराए की कोख’ के तौर पर इस्तेमाल करने का एक क्रूर धंधा था.

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पुलिस ने कैसे बिछाया जाल?

इस पूरे मामले का खुलासा तब हुआ जब गोरखपुर के पिपराइच से एक नाबालिग लड़की का अपहरण हुआ. शुरुआती जांच में पुलिस को लगा कि यह बाल विवाह का मामला है, लेकिन गहराई से छानबीन करने पर जो सच्चाई सामने आई, वो चौंकाने वाली थी. पता चला कि लड़की को सरोगेट मदर बनाने के लिए बेचा गया था.

मुखबिर की सूचना पर, पिपराइच पुलिस ने 12 जुलाई, 2025 की रात टिकोनिया जंगल में मास्टरमाइंड मोहर्रम उर्फ राल को घेर लिया. महाराजगंज जिले के निचलौल थाना क्षेत्र के बुढाडीह गांव का रहने वाला मोहर्रम, पुलिस मुठभेड़ में पैर में गोली लगने के बाद पकड़ा गया. पुलिस ने अगवा की गई लड़की को भी सुरक्षित बचा लिया. लड़की ने पुलिस को अपनी आपबीती सुनाई और बताया कि कैसे उसे सरोगेट मां बनने के लिए मानसिक तौर पर तैयार किया जा रहा था.

देशभर में फैला था गैंग का नेटवर्क

पुलिस की जांच में पता चला है कि इस गैंग का नेटवर्क सिर्फ उत्तर प्रदेश तक ही सीमित नहीं था, बल्कि गोरखपुर, महराजगंज, दिल्ली, आगरा और राजस्थान जैसे बड़े शहरों तक फैला हुआ था.

अभी तक पुलिस ने राजस्थान के अजमेर जिले के बागचंद जापती (गांधीनगर), हरमाड़ा के सरवनपुरी और आगरा के सन्नी और उसकी पत्नी राधा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. सहजनवा की सरिता और दिल्ली के देवा गुर्जर जैसे कई अन्य आरोपी अभी भी फरार हैं, जिन्होंने कथित तौर पर 15 मार्च को पिपराइच से नाबालिग लड़की की खरीद-फरोख्त की थी. पुलिस बाकी आरोपियों को पकड़ने के लिए लगातार छापेमारी कर रही है.

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