MP Rain: श्योपुर में पार्वती नदी में पिता-पुत्र के शव एक-दूसरे से लिपटे मिले, छिंदवाड़ा में 2 बच्चों की बोदरि नदी में डूबकर मौत

ओंकारेश्वर में बारिश के कारण इंदिरा सागर बांध से पानी छोड़ा गया है. नर्मदा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. जिसके कारण ओंकारेश्वर के सभी घाट जलमग्न हो चुके हैं.
Water released from Indira Sagar Dam

इंदिरा सागर बांध से पानी छोड़ा गया

MP Rain: मध्य प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश का दौर थम गया है, लेकिन लोगों का जीवन अभी भी अस्त-व्यस्त है. श्योपुर में पिता और पुत्र के शव एक-दूसरे से लिपटे मिले हैं. वहीं छिंदवाड़ा में बोधरि नदी में डूबकर 2 नाबालिग बच्चों की मौत हो गई. मुरैना में चंबल नदी के विकराल रूप धरने से कई बस्तियां जलमग्न हो गई हैं. लोगों की गृहस्थी डूब गई है 2 दिनों से लोग भूखे-प्यासे हैं. गुस्साए लोगों का कहना है कि प्रशासन से भी कोई मदद नहीं मिल रही है.

श्योपुर में पिता-पुत्र के शव एक-दूसरे से लिपटे मिले

श्योपुर में पार्वती नदी का जलस्तर बढ़ा हुआ है. नदी में डूबकर पिता-पुत्र की मौत हो गई. पानी कम होने पर दोनों के शव खेत में मिले. पूरा मामला पार्वती नदी के पास आम्लदा गांव का है. बताया जा रहा है कि नदी का जलस्तर बढ़ने से खेतों में 8 फुट तक पानी भर गया था. बेटे को नदी में डूबता देख पिता ने भी छलांग लगा दी और दोनों के लिपटे हुए ही मौत हो गई.

वहीं छिंदवाड़ा में बोधरि नदी में दो नाबालिक बच्चों की डूबकर मौत हो गई. एक का शव बरामद कर लिया गया है, जबकि दूसरे के शव को SDRF की टीम तलाश कर रही है.

इंदिरा सागर बांध से छोड़ा गया पानी

ओंकारेश्वर में बारिश के कारण इंदिरा सागर बांध से पानी छोड़ा गया है. नर्मदा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. जिसके कारण ओंकारेश्वर के सभी घाट जलमग्न हो चुके हैं. इन्दौर से जोड़ने वाले ब्रिज में मां नर्मदा का जल स्तर 163 मीटर है, जो खतरे से थोड़ा नीचे है. घाटों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं .सीसीटीवी कैमरे से सभी घाटों की निगरानी की जा रही है. सभी घाटों पर SDRF की टीमों लगाई गई हैं.

भिंड में उफान पर चंबल नदी

भिंड जिले में चम्बल ओर क्वारी नदी उफान पर हैं. चम्बल नदी में जलस्तर बढ़ने की बजह से करीब आधा दर्जन से अधिक गांवों में पानी घुस गया है और बाढ़ के हालात बन गए हैं. गांव का सम्पर्क मुख्य मार्ग से टूट चुका है. साथ ही अधिकारियों को निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं. बाढ़ प्रभावित इलाकों में SDRF के जवान तैनात किए जा चुके हैं. आपदा प्रबंधन के द्वारा भी चम्बल और क्वारी नदी के क्षेत्रों में भ्रमण करना शुरू कर दिया गया है.

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