MP News: मालेगांव ब्लास्ट केस के फैसले के बाद पहली बार भोपाल पहुंचीं साध्वी प्रज्ञा, बोलीं – सत्यमेव जयते, देश हमेशा धर्म और सत्य के साथ है
प्रज्ञा ठाकुर (Image Source-PTI)
MP News: मालेगांव ब्लास्ट केस के फैसले के बाद पहली बार रविवार को साध्वी प्रज्ञा राजधानी भोपाल पहुंची हैं. राजा भोज एयरपोर्ट पर उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पूरा देश हमारे साथ है. विधर्मियों की हार हुई है. सनातन को बदनाम करने की कोशिश की गई. उन्होंने आगे कहा कि मैंने किसी का झूठा नाम नहीं लिया गया, इसलिए मुझे इतना टॉर्चर किया गया. कांग्रेस ने मेरे खिलाफ झूठा प्रचार किया है. हिंदुत्व और भगवा की जीत हुई. कांग्रेस ने ही भगवा आतंकवाद का नाम दिया गया.
‘विधर्मियों का मुंह हुआ काला’
शनिवार को भोपाल से पूर्व सांसद साध्वी प्रज्ञा ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट करके लिखा था कि भगवा आतंकवाद और हिंदू आतंकवाद के जन्मदाता कांग्रेस सहित सभी विधर्मियों का मुंह हुआ काला… भगवा ,हिंदुत्व और सनातन की विजय पर समस्त सनातनियों और देशभक्तों का हुआ बोलबाला बहुत-बहुत बधाई…. जय हिन्दूराष्ट्र, जय श्री राम…’
हिंदू कभी आतंकवादी नहीं होता
पूर्व सांसद ने कहा कि मुझे जबरदस्ती बड़े-बड़े नाम बोलने को कहा गया जिनमें RSS प्रमुख मोहन भागवत, राम माधव, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और इंद्रे सिंह हैं. बड़े-बड़े नेताओं के नाम लेने को कहा और ऐसा नहीं किया तो प्रताड़ित किया गया. परमवीर सिंह ने हर कानून को तोड़ा है और मुझे प्रताड़ना दिया गया.
ATS पर सवाल करते हुए कहा कि हर कर्मचारी ने मुझे प्रताड़ित किया. एटीएस वालों ने उसे समय पूरे देश में ऐसा भव्य बनाकर रखा था क्योंकि महाराष्ट्र में कांग्रेस का शासन था. देश में UPA के शासन के दौरान जांच एजेंसी का दुरुपयोग किया गया.
उन्होंने आगे कहा कि मुस्लिम वर्ग के वोट बैंक को अपने आकर्षित करने के लिए उन लोगों ने ऐसा किया है. हिंदुओं को कांग्रेस ने बहुत प्रताड़ित किया है. भगवा को आतंकवाद का नाम दिया. देशभक्तों को हटाने की कांग्रेस ने कोशिश की है. गलत प्रस्तुति देने वाले लोगों पर जांच होनी चाहिए.
दिन खराब हो जाएगा – दिग्विजय सिंह
कांग्रेस राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह से जब इस बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ऐसे व्यक्तियों का नाम नहीं लेना चाहिए वरना दिन खराब हो जाएगा. जिन्होंने अत्याचार किए हैं, उनको कड़ी सजा मिलनी चाहिए.
साध्वी प्रज्ञा समेत सातों आरोपी बरी
मालेगांव ब्लास्ट केस का फैसला 17 साल बाद NIA की स्पेशल कोर्ट ने 31 जुलाई को सुनाया. इस मामले में साध्वी प्रज्ञा, कर्नल प्रसाद पुरोहित समेत सातों आरोपियों को बरी कर दिया गया था.
17 साल पहले हुआ था धमाका
साल 2008, तारीख 29 सितंबर को महाराष्ट्र के नासिक जिले के मालेगांव में बम ब्लास्ट हो गया. इस विस्फोट ने 6 लोगों की जिंदगी छीन ली. वहीं, 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए. यह विस्फोट मुस्लिमों के पवित्र महीने रमजान में हुआ था, जिससे मामला और संवेदनशील हो गया. शुरुआत में जांच महाराष्ट्र ATS ने की थी, जिसने हिंदू चरमपंथी संगठनों पर शक जताया. बाद में मामला NIA को सौंपा गया.