भाई को बचाने के लिए युवक ने MP का ऊर्जा मंत्री बनकर UP के डिप्टी CM को कर दिया फोन, फिर ऐसे खुली पोल

MP News: एक युवक ने अपने भाई को पुलिस केस से बचाने के लिए मध्य प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के नाम का इस्तेमाल कर लिया. उसने UP के डिप्टी CM, इटावा SSP समेत कई अधिकारियों को कॉल लगाकर दबाव बनाने की कोशिश की. जब उसकी पोल खुली तो पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.
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MP का ऊर्जा मंत्री बनकर UP के डिप्टी CM को कर दिया फोन

MP News: पुलिस केस में फंसे अपने भाई को बचाने के लिए एक युवक ने खुद मध्य प्रदेश का ऊर्जा मंत्री बन गया. इतना ही नहीं उसने उत्तर प्रदेश के डिप्टी CM, इटावा SSP समेत कई अधिकारियों से संपर्क भी किया. उसने अपने भाई को केस से बचाने के लिए सिफारिश की. जब पूरे मामले का खुलासा हुआ तो पुलिस ने उसकी पहचान की और UP के इटावा से गिरफ्तार कर लिया है.

MP का ऊर्जा मंत्री बनकर UP के डिप्टी CM को कॉल

मध्य प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के नाम से UP के डिप्टी CM और SSP को फोन करने वाले शख्स को पुलिस ने इटावा से गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी सहसों थाना क्षेत्र में दर्ज एक FIR के मामले में पैरवी कर हल्का इंचार्ज को हटाने का दबाव बना रहा था.

अपने भाई की पैरवी करने बना मंत्री

जांच में सामने आया कि आरोपी अंकित सिंह परिहार कॉलर खुद को मध्य प्रदेश का ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर बता रहा था. हैरानी की बात यह थी कि मोबाइल पर मंत्री का नाम और फोटो भी दिख रहा था. वह सहसों थाने में दर्ज एक मामले में आरोपी की पैरवी कर रहा था और हल्का प्रभारी को हटाने का दबाव डाल रहा था.

मामला संदिग्ध लगने पर जब जांच शुरू की गई तो पता चला कि अंकित सिंह परिहार (28), निवासी पिपरौली, थाना सहसों अपने भाई के खिलाफ दर्ज युवती को भगाने के मामले में पैरवी कर रहा था. इस मामले में सिविल लाइन थाना प्रभारी सुनील कुमार ने टीम के साथ घेराबंदी कर आरोपी अंकित सिंह परिहार को लॉयन सफारी के पास से गिरफ्तार कर लिया.

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जांच में सामने आया कि साल 2018-19 में आरोपी अंकित ने उपनिरीक्षक नागेंद्र सिंह चौहान की नेम प्लेट और वर्दी पहनकर फोटो प्रोफाइल में लगाई थी, जिसके चलते ग्वालियर के महाराजपुर थाने में केस दर्ज हुआ था. 2016 में सहसों थाने में उसके खिलाफ आर्म्स एक्ट में मामला दर्ज है. आरोपी अंकित सिंह परिहार से ऊर्जा मंत्री का फर्जी एसपीजी कार्ड और यूपी पुलिस का फर्जी आई कार्ड भी बरामद किया गया है.

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