Archana Tiwari Case: पुलिस ने अर्चना तिवारी को परिवार को सौंपा, 13 दिनों बाद नेपाल बॉर्डर से पकड़ी गई थी

Archana Tiwari Case: नेपाल बॉर्डर से 13 दिनों बाद पकड़ी गई, अर्चना तिवारी को परिवार को सौंप दिया गया है. भोपाल में पुलिस ने अर्चना के ताऊ को सुपुर्द किया. इससे पहले अर्चना का मेडिकल परीक्षण भी कराया गया था.
Police handed over Archana Tiwari to her family in Bhopal

भोपाल में पुलिस ने अर्चना तिवारी को परिवार को सौंपा

Archana Tiwari Case: नेपाल बॉर्डर से 13 दिनों बाद पकड़ी गई, अर्चना तिवारी को परिवार को सौंप दिया गया है. भोपाल में पुलिस ने अर्चना के ताऊ को सुपुर्द किया. इससे पहले अर्चना का मेडिकल परीक्षण भी कराया गया. 7 अगस्त को इंदौर-बिलासपुर नर्मदा एक्सप्रेस से कटनी जाते समय अर्चना तिवारी लापता हुई थी.

इटारसी स्टेशन का सीसीटीवी फुटेज आया सामने

अर्चना तिवारी का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वह इटारसी रेलवे स्टेशन में ट्रेन से उतरते हुए दिखाई दे रही है. बताया जा रहा है कि ये वीडियो 7 अगस्त का है. अर्चना ने ट्रेन में ही कपड़े बदले थे. ये कपड़े उसे तेजिंदर ने दिया था. ट्रेन के B2 कोच की जगह कपड़ा बदलकर अर्चना इटारसी के प्लेटफार्म पर ट्रेन के A1 कोच से उतरी थी.

यहीं से वह अपने दोस्त के साथ शुजालपुर के लिए निकली थी. दरअसल अर्चना किसी भी सीसीटीवी में इसलिये नजर नहीं आई क्योंकि ट्रेन में ही अर्चना ने अपने कपड़े बदलकर साड़ी पहनी थी और सीसीटीवी कैमरे को भी अर्चना ने गुमराह कर दिया था. यहां से शुजालपुर के लिए वह तेजिंदर के साथ रवाना हो गई.

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जीआरपी को दिया 51 हजार का इनाम

अर्चना के भाई अंशु मिश्रा ने घोषणा की थी कि अर्चना का पता बताने वाले को 51 हजार रुपये का इनाम दिया जाएगा. अर्चना के मिलने के बाद उन्होंने यह राशि जीआरपी थाने में पुलिस को सौंप दी. अब अर्चना सकुशल बरामद हो चुकी है, वहीं फिलहाल पुलिस इस मामले कि गुत्थी सुलझाने की दिशा में आगे बढ़ रही है.

‘हरदा में बनाई थी प्लानिंग’

रेलवे पुलिस अधीक्षक राहुल लोढ़ा ने बताया कि सारांश, अर्चना और तेजिंदर ने मिलकर 6 अगस्त को हरदा में प्लानिंग बनाई थी. नेपाल भागने की प्लानिंग की थी. उन्होंने आगे बताया कि इसी रात दिल्ली पुलिस ने तेजिंदर को गिरफ्तार कर लिया. उस पर फ्रॉड का आरोप है. यदि दिल्ली पुलिस तेजिंदर को नहीं ले जाती तो केस 3 दिन पहले जल्दी सुलझ जाता.

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