MP News: ‘मैं अतीत की बात नहीं करता हूं’, कमलनाथ सरकार गिराने को लेकर गरमाई सियासत के बीच बोले ज्योतिरादित्य सिंधिया

15 सालों के सूखे के बाद मध्य प्रदेश में कांग्रेस सत्ता में आई थी लेकिन मार्च 2020 में ही 15 महीने के बाद ही कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार गिर गई. ज्योतिरादित्य सिंधिया 22 विधायकों के साथ भाजपा में शामिल हो गए थे.
Union Minister Jyotiraditya Scindia (File Photo)

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया(File Photo)

Jyotiraditya Scindia: मध्य प्रदेश में 2020 में कांग्रेस की सरकार गिराकर भाजपा की सरकार बनाने को लेकर सियासी बयानबाजी जारी है. वहीं केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी अब इस मामले पर प्रतिक्रिया दी है. ज्योतिरादित्य सिंधिया से जब पूछा गया कि 2020 में सरकार गिराने को लेकर कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के बयानों को लेकर आपका क्या कहना है, तो ज्योतिरादित्य ने कहा कि मैं अतीत को लेकर कोई बात नहीं करता हूं.

कमलनाथ ने कही थी व्यक्तिगत महत्वकांक्षा की बात

कांग्रेस नेता कमलनाथ ने कहा था व्यक्तिगत महत्वकांक्षा के कारण 2020 में हमारी सरकार गिराई गई थी. कमलनाथ ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर ट्वीट करके लिखा था, ‘मध्य प्रदेश में 2020 में मेरे नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार गिरने को लेकर हाल ही में कुछ बयानबाजी की गई है. मैं सिर्फ इतना कहना चाहता हूं कि पुरानी बातें उखाड़ने से कोई फायदा नहीं. लेकिन यह सच है कि व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा के अलावा ज्योतिरादित्य सिंधिया को यह लगता था कि सरकार दिग्विजय सिंह चला रहे हैं. इसी नाराजगी में उन्होंने कांग्रेस के विधायकों को तोड़ा और हमारी सरकार गिराई.’

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‘कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच मतभेद था’

इसके पहले पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने मध्य प्रदेश में 2020 में आए सियासी संकट को लेकर बयान दिया था. एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में दिग्विजय सिंह ने कहा था, ‘इस घटना से पहले ही मुझे अंदाजा था. इसलिए मैंने चेतावनी दी थी कि कमलनाथ और ज्यातिरादित्य के बीच में मतभेद हैं, इसलिए ऐसी घटना हो सकती है.’

15 सालों के सूखे के बाद मध्य प्रदेश में कांग्रेस सत्ता में आई थी लेकिन मार्च 2020 में ही 15 महीने के बाद ही कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार गिर गई. ज्योतिरादित्य सिंधिया 22 विधायकों के साथ भाजपा में शामिल हो गए थे.

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