राजनांदगांव में बना अनोखा गणेश पंडाल, बाल श्रम के खिलाफ शिक्षा का दे रहे संदेश
बाल श्रम पर आधारित गणेश प्रतिमा
CG News: गणेश चतुर्थी के पावन अवसर पर जहां पूरे देश में उत्सव की धूम है, वहीं छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले में एक अनोखी पहल ने सबका ध्यान खींच लिया है. यहां स्थानीय समिति ने एक ऐसी गणेश प्रतिमा स्थापित की है, जो बाल श्रम की समस्या पर जोरदार संदेश दे रही है. यह प्रतिमा न सिर्फ भगवान गणेश की आराधना का माध्यम बनी है, बल्कि समाज को जागरूक करने का एक सशक्त जरिया भी है.
बाल श्रम के थीम पर बनाई गई गणेश प्रतिमा
छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के रामनगर शंकरपुर में इस साल गणेश चतुर्थी का उत्सव कुछ अलग अंदाज में मनाया जा रहा है. यहां की स्थानीय गणेश पूजा समिति ने एक विशेष गणेश प्रतिमा स्थापित की गई है, जो बाल श्रम की समस्या को दर्शाती है. प्रतिमा में भगवान गणेश को ऐसे दिखाया गया है, जहां वे बाल श्रम में लगे बच्चों की स्थिति को उजागर कर रहे हैं. प्रतिमा में बच्चे काम करते हुए दिखाई दे रहें हैं, जबकि उनकी किताबें उनके पास पड़ी हुई हैं.
देश में बाल श्रम एक गंभीर समस्या
समिति के सदस्यों ने बताया कि यह प्रतिमा सिर्फ पूजा के लिए नहीं, बल्कि समाज को एक महत्वपूर्ण संदेश देने के लिए बनाई गई है. हमारे देश में बाल श्रम एक गंभीर समस्या बनी हुई है. आंकड़ों के मुताबिक, लाखों बच्चे शिक्षा से वंचित होकर मजदूरी करने को मजबूर हैं.
सदस्यों ने आगे बताया कि प्रतिमा के साथ जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहे हैं. जिसमें बच्चों को शिक्षा के महत्व पर व्याख्यान दिए जा रहे हैं और स्थानीय स्कूलों से जुड़कर अभियान चलाया जा रहा है.
ये भी पढ़े: CG News: पुजारी हत्याकांड में बड़ा खुलासा, अवैध संबंध के चलते की गई निर्मम हत्या, 5 आरोपी गिरफ्तार
बाल श्रम रोकना हम सबकी जिम्मेदारी
समिति के अध्यक्ष ने बताया, “हमारे आज की पीढ़ी को जागरूक होने की जरूरत है. जो बच्चे काम कर रहे हैं, उन्हें पढ़ाई की ओर ले जाना चाहिए ताकि आने वाली पीढ़ी मजबूत और शिक्षित बने. इस प्रतिमा के जरिए हम लोगों को यह संदेश देना चाहते हैं कि बाल श्रम को रोकना हम सबकी जिम्मेदारी है.”
यह पहल स्थानीय लोगों में काफी चर्चा का विषय बनी हुई है. स्थानिय लोगों ने इसकी सराहा करते हुए कहा कि ऐसे रचनात्मक तरीकों से सामाजिक मुद्दों पर ध्यान आकर्षित किया जा सकता है.