Shradh Paksha 2025: श्राद्ध पक्ष पर इन सामानों की खरीदारी से बचें, जानें क्या नहीं खरीदें
श्राद्ध पक्ष 2025
Shradh Paksha 2025: हिंदू धर्म में पितृ पक्ष, जिसे श्राद्ध पक्ष के नाम से भी जाना जाता है, एक पवित्र अवधि है जो पूर्वजों की आत्मा की शांति और उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए समर्पित है. यह समय भाद्रपद मास की पूर्णिमा से शुरू होकर आश्विन मास की अमावस्या तक चलता है. साल 2025 में पितृ पक्ष 7 सितंबर से 21 सितंबर तक मनाया जाएगा. इस दौरान कुछ विशेष नियमों का पालन करना जरूरी होता है, जिसमें कुछ सामानों की खरीदारी से बचना भी शामिल है. मान्यता है कि इस अवधि में कुछ वस्तुओं को खरीदना अशुभ हो सकता है और पितरों की शांति में बाधा डाल सकता है.
नई वस्त्र और आभूषण
श्राद्ध पक्ष एक शोक और आत्मचिंतन का समय है, जिसमें सादगी और संयम का पालन किया जाता है. इस दौरान नए कपड़े या महंगे आभूषण जैसे सोना, चांदी या अन्य कीमती गहने खरीदना अशुभ माना जाता है. ये वस्तुएं सुख-समृद्धि और उत्सव का प्रतीक होती हैं, जो इस पवित्र अवधि की गंभीरता के विपरीत हैं. नए कपड़े या आभूषण खरीदने से पितरों का ध्यान भौतिक सुखों की ओर आकर्षित हो सकता है, जिससे उनकी आत्मा की शांति में बाधा पड़ सकती है.
इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और गैजेट्स
पितृ पक्ष के दौरान इलेक्ट्रॉनिक सामान जैसे मोबाइल फोन, लैपटॉप, टेलीविजन या अन्य उपकरण खरीदने से बचना चाहिए. हिंदू मान्यताओं के मुताबिक, ये वस्तुएं भौतिक और सांसारिक सुखों से जुड़ी होती हैं, जो इस अवधि में आत्मिक विकास और पितरों की पूजा के उद्देश्य को बाधित कर सकती हैं. इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की खरीदारी से पारिवारिक सौहार्द में भी व्यवधान आ सकता है.
वाहन और संपत्ति
नए वाहन जैसे कार, बाइक या फिर संपत्ति जैसे मकान या जमीन की खरीदारी को पितृ पक्ष में अशुभ माना जाता है. इस दौरान ऐसी बड़ी खरीदारी करने से अनुकूल परिणाम नहीं मिल सकते और पितृ दोष की संभावना बढ़ सकती है. शास्त्रों के मुताबिक, इस समय का उपयोग केवल पितरों की पूजा और उनके लिए दान-पुण्य करने में करना चाहिए.
नुकीली वस्तुएं
पितृ पक्ष में चाकू, कैंची या अन्य नुकीली वस्तुओं की खरीदारी से बचना चाहिए. ये वस्तुएं रिश्तों में कटुता या बंधनों को तोड़ने का प्रतीक मानी जाती हैं, जो इस अवधि के उद्देश्य- पूर्वजों के साथ आध्यात्मिक बंधन को मजबूत करने के खिलाफ है.
तामसिक और अशुद्ध सामग्री
श्राद्ध पक्ष में तामसिक भोजन जैसे मांस, मछली, अंडा, लहसुन, प्याज, या बासी भोजन से संबंधित सामग्री खरीदने से बचना चाहिए. इस दौरान केवल सात्विक भोजन और सामग्री का उपयोग करना चाहिए, जो पवित्रता और शांति को बढ़ावा देता है.
क्यों खरीदारी से बचें?
पितृ पक्ष के दौरान खरीदारी से बचने का मुख्य कारण इस अवधि की आध्यात्मिक प्रकृति है. यह समय भौतिक सुखों की बजाय आत्मिक विकास, पितरों की पूजा और उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का होता है. शास्त्रों के मुताबिक, नई वस्तुओं की खरीदारी सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करती है, जो इस समय की गंभीरता और उद्देश्य से मेल नहीं खाती. इसके अलावा, कुछ खरीदारी करने से पितृ दोष का खतरा हो सकता है, जो परिवार में अशांति या समस्याएं ला सकता है.
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पितृ पक्ष 2025
महत्वपूर्ण तिथियां
- शुरुआत: 7 सितंबर 2025 (पूर्णिमा श्राद्ध)
- समाप्ति: 21 सितंबर 2025 (सर्वपितृ अमावस्या)
महत्वपूर्ण नियम
- सात्विक भोजन करें, तामसिक भोजन से बचें.
- बाल, नाखून काटने या दाढ़ी बनाने से परहेज करें.
- चमड़े से बनी वस्तुओं जैसे बेल्ट, जूते आदि का उपयोग न करें.
- शादी, सगाई, गृह प्रवेश जैसे शुभ कार्य न करें.