Vivah Muhurat 2025: ज्योतिष गणना के मुताबिक साल का पहला माह बेहद शानदार होने वाला है. इस माह में सूर्य मकर राशि में गोचर करेंगे. सूर्य के मकर राशि में आने से एक बार फिर शादी-विवाह, सगाई, ग्रह प्रवेश व अन्य सभी मांगलिक कार्यों की शुरुआत होने वाली हैं.
Manusmriti: सनातन धर्म की पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, ब्रह्मा जी ने सृष्टि के विस्तार के लिए अपने शरीर को दो भागों में बांट दिया था. जिनके नाम ‘का’ और ‘या’ (काया) हुए. उन्हीं दो भागों में से एक से पुरुष और दूसरे से स्त्री की उत्पत्ति हुई.
Kalashtami 2024: कालाष्टमी के दिन भगवान काल भैरव को समर्पित होता है. इस दिन उनकी पूजा करने से घर में सुख-शांति और समृद्धि आती है. इस दिन भगवान शिव के एक उग्र रूप 'काल भैरव' की पूजा की जाती है.
गुणनिधि का आचरण देखकर उनके माता-पिता बेहद परेशान हो गए. उन्होंने बहुत कोशिश की कि गुणनिधि को समझाकर सुधार लें, लेकिन उनका जीवन बुरी आदतों से ग्रस्त हो चुका था. अंततः उनके माता-पिता ने उन्हें घर से बाहर निकाल दिया.
पात्र) धारण करते हैं. ब्रह्मा ने सबसे पहले चार पुत्रों—सनक, सनंदन, सनातन और सनतकुमार की रचना की. इन चारों पुत्रों को उनके शरीर से उत्पन्न किया. यह चारों पुत्र न केवल ब्रह्मा के रचनात्मक कार्य में सहयोगी बने, बल्कि वे अपनी तपस्या और ज्ञान से ब्रह्मा के अनुयायी भी बने.
Powerful Bows: किसी भी महाकाव्य में जब युद्ध और वीरता की बात होती है, तो धनुष और बाण का उल्लेख स्वाभाविक रूप से आता है. प्राचीन भारत के त्रेता और द्वापर युग में धनुषों का विशेष स्थान था. ये सिर्फ अस्त्र नहीं थे, बल्कि महाकाव्यिक घटनाओं के गवाह थे. इन शक्तिशाली धनुषों का उपयोग महान […]
Gita Jayanti 2024: गीता हिंदू धर्म का सबसे महत्वपूर्ण ग्रंथ है. यह दुनिया का एकमात्र ऐसा ग्रंथ है जिसकी जयंती मनाई जाती है. पंचांग के अनुसार यह हर साल मार्गशीर्ष महीने के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को गीता जयंती मनाई जाती है.
Vivah Panchami: 6 दिसंबर को विवाह पंचमी है. इस दिन को हिंदू धर्म में बेहद खास माना जाता है. हर साल मार्गशीर्ष महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को विवाह पंचमी मनाई जाती है.
तीन बार शत्रु के रूप में जन्म लेने के बाद जय और विजय को श्राप से पूरी तरह मुक्ति मिल गई. अब वे फिर से वैकुंठ लौट गए, जहां उन्होंने भगवान विष्णु के द्वारपाल के रूप में अपनी सेवा शुरू की.
Gautam Adani: मुंबई हमले में देश के दिग्गज उद्योगपति गौतम अडानी भी होटल ताज में फंसे थे. अडानी ने एक इंटरव्यू में बताया कि कितना भयावह मंजर था उस वक्त और कैसे वह वहां से सुरक्षित निकलने में सफल रहे.